Caste Census: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सोमवार को एक बार फिर दोहराया कि अगर देश भर में जातीय जनगणना नहीं हो पा रही है तो राज्य में हमलोग इसे कराएंगे. उन्होंने पांच राज्यों में चुनाव के बाद सर्वदलीय बैठक कर इसे प्रारंभ करने के भी संकेत दिए. नीतीश कुमार 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि जातीय जनगणना निश्चित रूप से हमलोग कराना चाहते हैं. जातीय जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमलोग एक मत के हैं. निश्चित रुप से हमलोग राज्य सरकार की तरफ से इसे करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि इससे पहले सर्वदलीय बैठक हो जाए, जिससे सबका मत सामने आ जाए. जातीय जनगणना को कैसे बेहतर ढंग से किया जा सकता है, इस पर भी विचार हो रहा है. उन्होंने कहा कि देशभर में अगर नहीं हो रहा है तो राज्य में हमलोग इसे करायेंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि अभी कई राज्यों में चुनाव चल रहा है, उसको खत्म हो जाने दीजिए. हमलोग एकबार बैठकर इसपर विचार करके जातीय जनगणना को शुरू करा देंगे. यह भी पढ़े: Caste Census: सीएम नीतीश कुमार ने कहा- पांच राज्यों में चुनावों के बाद जातिगत जनगणना होने की पूरी संभावना
बिहार के जमुई में स्वर्ण भंडार मिलने से बिहार को ज्यादा रॉयल्टी मिलने से संबंधित पत्रकारों के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि जिन ऐतिहासिक स्थलों के बारे में पता चला है वहां जाकर हमलोग उसके संबंध में जानकारी लेते हैं। बिहार में कई ऐसी जगहें हैं जहां पर कई सारी चीजें हैं. उन्होंने कहा कि बिहार भारत का ही नहीं बल्कि दुनिया के पौराणिक जगहों में से एक है.
भोजपुरी को राज्य सरकार द्वारा प्राइमरी एजुकेशन में शामिल करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग इस पर गौर करेगा. भोजपुरी सिर्फ बिहार की ही नहीं है, यह यूपी और झारखंड में भी बोली जानेवाली भाषा है. भोजपुरी का बड़ा एरिया है, इसका अंतरराष्ट्रीय महत्व भी है. उन्होंने कहा कि अभी झारखंड में जो हुआ वो बहुत गलत है. बिहार, झारखंड एक था तो यह भाषा कई जिलों में बोली जाती थी.
दिल्ली में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से हुई मुलाकात के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर सवाल उठता है तो आश्चर्य होता है. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर से मेरा रिश्ता आज का नहीं है. उन्होंने कहा कि इसमें कोई राजनैतिक बात नहीं है.भले ही राजनैतिक संबंध नहीं हो, जिससे व्यक्तिगत रिश्ता रहता है, लोग उससे मिलते ही हैं.