बिहार में शराबबंदी मगर नवादा में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में 4 लोग गिरफ्तार

नवादा पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जहरीली शराब बनाने के लिए जिम्मेदार चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने 15 लोगों की जान ले ली, जबकि चार अन्य की आंखों की रोशनी स्थायी रूप से चली गई.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Wikimedia Commons)

पटना, 6 अप्रैल : नवादा पुलिस (Nawada Police) की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जहरीली शराब (Poisonous Liquor) बनाने के लिए जिम्मेदार चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने 15 लोगों की जान ले ली, जबकि चार अन्य की आंखों की रोशनी स्थायी रूप से चली गई. नवादा के एसपी डी.एस. सांवलाराम ने कहा कि एसआईटी ने मंगलवार को खरडी बीघा गांव के सूरज चौधरी उर्फ कारू चौधरी, गोंदपुर के पप्पू यादव और बुधौल गांव के अनिल चौधरी और मंती देवी को गिरफ्तार किया है.

अधिकारी ने स्वीकार किया कि नवादा में मौतें जहरीली शराब पीने से हुईं. सावलाराम ने कहा, "आरोपियों ने कबूल किया है कि वे अपने-अपने गांवों में शराब बनाने की इकाइयां चला रहे थे, जहां से उन्होंने होली के दिन गांव वालों के हाथों बेचा था. एसपी ने कहा, "हमने खारीदी बिगहा, गोंदपुर और बुधौल गांव में कूड़े के विक्रेताओं की पहचान की और नवादा के आसपास के अन्य हिस्सों में छापेमारी की. यह भी पढ़ें : Madhy Pradesh: चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टॉफ की कमी को लेकर लक्ष्मण सिंह ने मुख्यमंत्री चौहान को ज्ञापन दिया

नालंदा और बेगूसराय जिले के आसपास के इलाकों में छापेमारी की. नवादा में सिटी पुलिस स्टेशन में 10 एफआईआर दर्ज की गईं." नवादा के अलावा, बेगूसराय में दो व्यक्तियों और रोहतास जिलों में पांच व्यक्तियों की भी होली पर जहरीली शराब पीने से मौत हो गई. बिहार में अप्रैल 2016 से शराब पर प्रतिबंध लागू है, फिर भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में शराब की तस्करी, अवैध शराब निर्माण इकाइयां और अवैध रूप से शराब की बिक्री जारी है.

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