नई दिल्ली, 22 नवंबर : अंतदेर्शीय मत्स्यपालन के क्षेत्र में बेहतर करने के लिए उत्तर प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला है जबकि समुद्री क्षेत्र के खिताब से ओडिशा को नवाजा गया है. वहीं, पहाड़ी व पूर्वोत्तर राज्यों की केटेगरी में सर्वश्रेष्ठ का अवार्ड असम को दिया गया है. विश्व मात्स्यिकी दिवस पर यहां आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री ने देश में मछली पालन के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए विभिन्न केटेगरी के तहत चयनित राज्यों, संगठनों व व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान किए.
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश डेयरी विकास, पशुपालन और मत्स्यपालन मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी ने भी शिरकत की. उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए अंतदेर्शीय मत्स्यपालन केटेगरी के सर्वश्रेष्ठ राज्य पुरस्कार प्राप्त किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ने कहा, "मछली का उत्पादन बढ़ाने के लिए हमें देश में मौजूद जलग्रस्त क्षेत्र, दलदली भूमि, झील, जलाशय, नहर, तालाब, बाढ़ग्रस्त मैदान, अप्रवाही जल यानी बैकवाटर, लैगून और कम खारा अंतदेर्शीय क्षेत्र जैसे संसाधन की तलाश करनी है."
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 20,050 करोड़ रुपये की राशि से मछली उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता, प्रौद्योगिकी, उत्पादन के बाद की बुनियादी संरचना व प्रबंधन, आधुनिकीकरण और मूल्य श्रंखला का संवर्धन की कमियां दूर होंगी.