नई दिल्ली, 26 मार्च : केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को पूरे देश में 100 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली, जिसमें बैंक धोखाधड़ी (Bank Fraud) के 30 से अधिक मामलों में 3,700 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के मामले थे. सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि भारत में विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से प्राप्त शिकायतों पर जालसाजों को बुक करने के लिए यह खोज एक विशेष अभियान का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता बैंकों में भारतीय ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईडीबीआई, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं.
अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने कानपुर, दिल्ली, गाजियाबाद, मथुरा, नोएडा, गुरुग्राम, चेन्नई, तिरुवरूर, वेल्लोर, तिरुप्पुर, बेंगलुरु, गुंटूर, हैदरबाद, बेल्लारी, वडोदरा, कोलकाता, पश्चिम गोदावरी, सूरत, मुंबई में तलाशी ली. भोपाल, निमाड़ी, तिरुपति, विशाखापत्तनम, अहमदाबाद, राजकोट, करनाल, जयपुर और श्रीगंगानगर. अधिकारी ने कहा कि खोजों के दौरान, विभिन्न विभेदन दस्तावेज और अन्य सामग्री/ डिजिटल सबूत बरामद किए गए हैं. यह भी पढ़ें : Bharat Bandh: भारत बंद शुरू, रेल सड़क परिवहन आदि प्रभावित होने की संभावना
अधिकारी ने कहा कि एजेंसी को विभिन्न बैंकों से कई तरह की शिकायतें मिली हैं, जिसमें धोखाधड़ी, धन के मोड़, फर्जी या जाली दस्तावेजों को विभिन्न चूक फर्मों द्वारा ऋण या क्रेडिट सुविधाएं प्राप्त करते समय आदि शामिल हैं. उन्होंने कहा कि आरोप लगाया गया है कि ऐसी फर्में डिफॉल्टरों को चालू कर रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऋण नॉन-परफॉर्मिग एसेट्स (एनपीए) बन गए हैं, जिससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को भारी नुकसान हुआ है. अधिकारी ने कहा कि जांच के बाद, मामले सीबीआई द्वारा दर्ज किए जाते हैं और अपराधियों को नामजद करने के लिए पूरी जांच की जाती है, उन्हें कानून का सामना करने के लिए ले जाया जाता है और सार्वजनिक धन को उबारने का प्रयास किया जाता है.