डाडा जलालपुर में हिंदू महापंचायत पर रोक, अब तक 9 गिरफ्तार

रुड़की के पास डाडा जलालपुर में बुधवार को प्रस्तावित हिंदू महापंचायत पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिसके बाद यहां टकराव के हालत बन गए हैं. इसे देखते हुए यहां भारी पुलिस बल तैनात है. वहीं आयोजकों का कहना है कि महापंचायत हर हाल में होगी, चाहे थाने में ही करनी पड़े.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

रुड़की, 27 अप्रैल : रुड़की के पास डाडा जलालपुर में बुधवार को प्रस्तावित हिंदू महापंचायत पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिसके बाद यहां टकराव के हालत बन गए हैं. इसे देखते हुए यहां भारी पुलिस बल तैनात है. वहीं आयोजकों का कहना है कि महापंचायत हर हाल में होगी, चाहे थाने में ही करनी पड़े. स्वामी दिनेशानंद भारती समेत समेत नौ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें से छह की गिरफ्तारी मंगलवार शाम को की गई थी. जबकि तीन की गिरफ्तारी बुधवार सुबह हुई है. जिसमें तीन आश्रम के संत भी शामिल हैं. पुलिस ने काली सेना के संस्थापक और शंकराचार्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप को स्वामी दिनेश आनंद के आश्रम में रोक लिया. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वह हिंदू पंचायत के आयोजन पर रोक के बावजूद भगवानपुर जाने की कोशिश कर रहे थे, पुलिस ने उन्हें किसी भी तरह की पंचायत ना करने की हिदायत दी है. यह जानकारी स्वामी आनंद स्वरूप के आश्रम शांभवी धाम की ओर से दी गई है. शांभवी धाम भूपतवाला हरिद्वार के आत्मानंद महाराज और परमानंद महाराज को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है.

महापंचायत पर रोक लगाए जाने के बाद से पुलिस प्रशासन सतर्क है. 10 किलोमीटर के दायरे में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है. साथ ही पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को लगातार समझाने में लगे हैं कि महापंचायत नहीं होगी, अमन और शांति बनाए रखें. वहीं गांव में भी दिनचर्या जारी है, ग्रामीण अपने दैनिक कृषि कार्य में जुट गए हैं. डाडा जलालपुर, मानक मजरा, डाटा पट्टी, खेड़ी, शिकोहपुर और सिकरोड़ा समेत कई अन्य गांवों के मार्गों पर पुलिस पूरी सख्ती बरत रही है. यहां पर आने जाने वाले वाहनों की लगातार चेकिंग की जा रही है. गांव में प्रशासन ने 144 धारा लगाई है, जिस वजह से गांव में सन्नाटा है. लेकिन स्कूल कॉलेज खुले हुए हैं. हालांकि बेहद कम संख्या में बच्चे पहुंचे हैं. उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत 252 बच्चों में से मात्र 25 बच्चे ही उपस्थित हुए हैं. यह भी पढ़ें : बीमारी फैलाने वाले परजीवी प्लास्टिक पर रहते हैं और समुद्र के फैल सकते हैं : शोध

हिंदू महापंचायत को लेकर पुलिस की तरफ से जहां एक और सख्ती बरती गई है, वहीं स्वामी दिनेश आनंद भारती के संपर्क में रहने वाले आश्रमों पर पुलिस की नजर है. जिसमें रुड़की के टोडा एहतमाल स्थित स्वामी दिनेश आनंद का आश्रम, सुनहरा स्थित जीवनदीप आश्रम समेत श्यामपुर और हरिद्वार के करीब पांच आश्रमों पर पुलिस की नजर है. जहां पर खुफिया विभाग के लोग तैनात हैं. जीवनदीप आश्रम पर खुफिया विभाग की टीम लगाई गई है. हालांकि स्वामी यतींद्र आनंद गिरि महाराज आश्रम में नहीं हैं, वह लखनऊ गए हैं. गौरतलब है कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर डाडा जलालपुर गांव में समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव और आगजनी की थी. घटना में चौकी प्रभारी समेत 10 व्यक्ति घायल हो गए थे. तब से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है.

मामले में 55 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं पुलिस अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन बाकी आरोपी फरार हैं. इनकी गिरफ्तारी को लेकर काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप और राज्य संयोजक दिनेशानंद भारती ने बीते बुधवार को डाडा जलालपुर गांव में हिंदू महापंचायत करने का एलान किया था. वहीं काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप और राज्य संयोजक दिनेशानंद भारती ने कहा कि निषेधाज्ञा के सम्मान में दो से तीन लोग डाडा जलालपुर गांव पहुंचेंगे. अगर पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती है तो जिन स्थानों पर उन्हें रखा जाएगा वहां पर चुनिंदा लोगों के साथ महापंचायत का आयोजन किया जाएगा.

मुख्य सचिव डा एसएस संधू ने कहा कि हरिद्वार जिले में भगवानपुर क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में बुधवार को हिदू महापंचायत को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निदेशरें का पालन किया जाएगा. इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं. इन निदेशरें के क्रम में शासन ने हरिद्वार जिला प्रशासन को सामाजिक वैमनस्यता फैलाने वाला किसी तरह का भड़काऊ भाषण नहीं होने देने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव ने कहा कि बुधवार को प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के निदेशरें के अनुसार सुरक्षात्मक और सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई नौ मई को होनी है. इससे पहले गृह सचिव को शपथपत्र सुप्रीम कोर्ट में दाखिल करना है. अपर मुख्य सचिव गृह को इस संबंध में कार्यवाही को कहा गया है.

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