Assam Shocker: डॉक्टर ने ड्यू डेट से 3 महीने पहले की सी-सेक्शन प्रक्रिया, बच्चे के प्रीमैच्योर पाए जाने पर लगाए टांके

असम के करीमगंज से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला सामने आया है. यहां एक स्त्री रोग विशेषज्ञ ने एक गर्भवती महिला की उसकी ड्यू डेट से पहले ही सिजेरियन कर दिया. खबरों के मुताबिक, कथित घटना असम के सरकारी अस्पताल में हुई जब डॉक्टर ने गर्भवती महिला की नियत तारीख से करीब साढ़े तीन महीने पहले उसका सिजेरियन सेक्शन किया.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

असम के करीमगंज से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला सामने आया है. यहां एक स्त्री रोग विशेषज्ञ ने एक गर्भवती महिला की उसकी ड्यू डेट से पहले ही सिजेरियन कर दिया. खबरों के मुताबिक, कथित घटना असम के सरकारी अस्पताल में हुई जब डॉक्टर ने गर्भवती महिला की नियत तारीख से करीब साढ़े तीन महीने पहले उसका सिजेरियन सेक्शन किया. महिला की दिसंबर में डिलीवरी होनी थी. Viral Video: असम के तेजपुर में जंगली हाथी के घूमने के बाद दहशत, वाहनों को पहुंचाया नुकसान, देखें वीडियो

घटना 23 अगस्त को करीमगंज सिविल अस्पताल में हुई थी. घटना के सामने आने के बाद अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि वे तथ्यों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि चीरा लगाने के बाद डॉक्टर ने महसूस किया कि भ्रूण अभी प्रीमैच्योर है.

टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए, करीमगंज डीसी मृदुल यादव ने कहा, "डॉक्टरों की एक टीम द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट अब स्वास्थ्य सेवाओं के जिला संयुक्त निदेशक के पास है. इसे गुवाहाटी में स्वास्थ्य निदेशालय को भेजा जाएगा. डॉक्टर ने कथित तौर पर सी-सेक्शन किया था क्योंकि महिला का पहले गर्भपात हुआ था."

रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टर ने मामले को दबाने की कोशिश की और यहां तक कि गर्भवती महिला से कहा कि वह अपने परिवार को इसकी सूचना न दें. हालांकि इस घटना का पता तब चला जब अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई.

अस्पताल के अधिकारियों ने कहा, "हमें इस तरह की घटना की रिपोर्ट मिली है. हम तथ्यों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं. अगर डॉक्टर या किसी और के खिलाफ कोई गलती पाई जाती है, तो जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी."

फिलहाल महिला की हालत स्थिर बताई जा रही है और उसका उसी अस्पताल में इलाज चल रहा है. रिपोर्टों से पता चलता है कि शुक्रवार को अल्ट्रासाउंड जांच के बाद भ्रूण को कोई नुकसान नहीं हुआ है.

Share Now

\