Death Caught on Camera: गरबा खेलते वक्त अशोक माली की अचानक मौत ने सबको चौंकाया, होश उड़ा देगा ये Video

Death Caught on Camera: पुणे से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जिसने कई लोगों को सदमे में डाल दिया है. गरबा के मशहूर कलाकार अशोक माली, जिन्हें गरबा किंग के नाम से जाना जाता था, की मौत गरबा खेलते वक्त हो गई. यह घटना पुणे के चाकन में एक गरबा कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां अशोक माली अचानक दिल का दौरा पड़ने से गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इस दर्दनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

गरबा खेलते वक्त मौत की घटना

अशोक माली, जो एक बच्चे के साथ मजे से गरबा खेल रहे थे, अचानक नाचते-नाचते जमीन पर गिर पड़े. वहां मौजूद लोग यह सोच भी नहीं पाए कि कुछ ही पलों में यह सब इतना भयावह हो जाएगा. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस हृदयविदारक घटना ने उनके परिवार और प्रशंसकों को गहरे शोक में डाल दिया है. अशोक माली मूल रूप से धुले जिले के शिंदखेड़ा तालुका के होल गांव के निवासी थे और वर्तमान में पुणे के चाकन में रह रहे थे.

गरबा खेलते हुई मौत

अशोक माली की कला और योगदान

अशोक माली की पहचान गरबा और डांडिया में उनकी उत्कृष्ट कला के लिए होती थी. उनकी मेहनत और कला प्रेम ने उन्हें 'गरबा किंग' बना दिया था. उनके मित्र और खानदेश साहित्य संघ के पुणे जिला अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में अशोक माली की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह भले ही कद में छोटे थे, लेकिन उन्होंने अपनी कला से एक बड़ा मुकाम हासिल किया था.

2015 में बना 'डांडिया किंग'

जितेंद्र चौधरी ने याद किया कि 2015 में भोसरी में आयोजित एक गरबा प्रतियोगिता में अशोक माली ने अपनी कला का अद्भुत प्रदर्शन किया था. इस दस दिवसीय प्रतियोगिता में अशोक माली ने अपनी नृत्य कला से सभी को मोहित कर दिया और अंततः उन्हें 'डांडिया किंग' का खिताब मिला. उनके अद्वितीय नृत्य स्टेप्स ने परीक्षकों को भी हैरान कर दिया था. इस प्रदर्शन के बाद उन्हें विधायक महेश लांडगे द्वारा एक स्मार्ट दोपहिया वाहन उपहार स्वरूप दिया गया.

अशोक माली का कोचिंग करियर और समाज में योगदान

पिछले पांच वर्षों से, अशोक माली एक कोच की भूमिका निभा रहे थे और कई युवाओं और बच्चों को गरबा और डांडिया सिखा रहे थे. उनकी कला ने उन्हें विभिन्न समाजों और मंडलों से निमंत्रण दिलाया. उन्होंने अहिरानी गानों पर भी बेहतरीन नृत्य प्रस्तुत किया और अपनी कला से समाज में एक खास पहचान बनाई.

अशोक माली का परिवार और अंतिम क्षण

अशोक माली का बेटा, भावेश, भी एक बेहतरीन डांसर है और अपने पिता के साथ हर कदम पर साथ रहा करता था. अशोक माली की विनम्रता और कला के प्रति समर्पण ने उन्हें लोगों का चहेता बना दिया था.

कल रात राजगुरुनगर में गरबा खेलते वक्त उनकी अचानक मौत ने सभी को चौंका दिया. उनके मित्र जितेंद्र चौधरी ने कहा, "हम इस दुनिया से क्या लेकर जाएंगे? अशोक माली अपने साथ सिर्फ अपनी गुजराती पोशाक, दो डांडिया और 'डांडिया किंग' का खिताब लेकर गए हैं."