AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी का ममता बनर्जी पर कड़ा प्रहार, कहा- मुस्लिम वोटर आपकी जागीर नहीं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यह आरोप लगाने के एक दिन बाद कि आगामी विधानसभा चुनाव में वोटों को विभाजित करने के लिए भाजपा हैदराबाद की एक पार्टी को पैसे दे रही है,
हैदराबाद, 16 दिसंबर: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) द्वारा यह आरोप लगाने के एक दिन बाद कि आगामी विधानसभा चुनाव में वोटों को विभाजित करने के लिए भाजपा हैदराबाद की एक पार्टी को पैसे दे रही है, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि मुस्लिम मतदाता उनकी (ममता की) 'जागीर' नहीं है. हैदराबाद के सांसद ने ट्वीट किया कि ममता बनर्जी उन मुसलमानों को पसंद नहीं करती हैं जो अपने लिए सोचते और बोलते हैं.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता द्वारा लगाए गए आरोप को खारिज करते हुए ओवैसी ने कहा कि कोई भी उन्हें पैसे से नहीं खरीद सकता है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष ने ट्वीट किया, "अब तक आपने केवल आज्ञाकारी मीर जाफर्स और सादिक से डील किया है. आप उन मुसलमानों को पसंद नहीं करती हैं जो अपने लिए सोचते और बोलते हैं." कांग्रेस ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को पहले बताया BJP का एजेंट, विरोध के बाद बयान से मुकरी
ओवैसी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस नेता ने बिहार (Bihar) के उन लोगों का अपमान किया जिन्होंने एआईएमआईएम को वोट दिया. ओवैसी ने लिखा, "याद रखें कि बिहार में उन पार्टियों के साथ क्या हुआ जो अपनी असफलता का दोष 'वोट कटवा' मुस्लिम मतदाता के सिर मढ़ते रहे? मुस्लिम मतदाता आपकी जागीर नहीं है."
ममता ने मंगलवार को कहा था कि अल्पसंख्यक वोटों को विभाजित करने के लिए भाजपा (BJP) ने हैदराबाद (Hyderabad) से एक पार्टी को पकड़ लिया. उन्होंने कहा, "भाजपा उन्हें पैसे देती है और वे वोटों को विभाजित कर रहे हैं. बिहार चुनाव ने इसे साबित कर दिया है."एआईएमआईएम ने पिछले महीने बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटें जीती थीं.
भाजपा की मदद के लिए 'धर्मनिरपेक्ष' वोटों को विभाजित करने के लिए पार्टी को अपने विरोधियों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, ओवैसी ने इस आरोप को खारिज कर दिया है.