सेना प्रमुख बिपिन रावत ने माना सुरक्षाबलों को हुए हैं नुकसान, स्नाइपर हमले के एंगल से जांच जारी

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में इन दिनों सुरक्षा एजेंसियों हुए स्नाइपर हमले पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. सेना प्रमुख बिपिन रावत ने सोमवार को माना कि जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से हुए हमले में भारतीय सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचा है. आर्मी चीफ ने जवानों पर स्नाइपर हमले की बात से इनकार नहीं करते हुए कहा कि इस मामले में सेना की जांच जारी है. इस दौरान उन्होंने कहा कि जवानों पर हुए कथित स्नाइपर हमले में अब तक कोई हथियार सेना को बरामद नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि अभी कहा नहीं जा सकता कि यह स्नाइपर अटैक है या नहीं.

आर्मी चीफ ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर में हमारे जवानों के साथ कुछ दुर्घटनाएं हुई हैं. ये अटैक स्नाइपर्स ने किए हैं या नहीं, फिलहाल इस पर हमारी रिसर्च चल रही है. सेना प्रमुख ने कहा कि अभी तक की जांच में हमे किसी भी प्रकार के हथियार नहीं मिले हैं. यह भी पढ़ें- सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाक को कड़े शब्दों में चेताया, कहा-सुधर जाओ , नहीं तो हमारे पास दूसरे विकल्प भी तैयार

बता दें कि घाटी में मध्य सितंबर से 3 जवानों पर अटैक हो चुका है. इस कथित स्नाइपर हमले (गुप्त तरीके से किए जाने वाला आतंकी हमला) में सेना के दो जवान और एक पारामिलिट्री के जवान की मौत हुई है, इसके बाद से ही सुरक्षा बल जांच में जुटे हैं. यह भी पढ़ें- जम्‍मू-कश्‍मीर: छुट्टी मनाने घर जा रहे इंटेलिजेंस ऑफिसर की हत्या, आतंकियों ने गोलियों से किया छलनी, सेना ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

क्या है स्नाइपर अटैक 

स्नाइपर हमला वह हमला होता है जब दूर से किसी गुप्त स्थान पर छिपकर कोई निशानेबाज बंदूकधारी अचानक टारगेट पर हमला करता है. आतंकियों ने सेना के जवानों को निशाना बनाने के लिए पिछले कुछ वक्त में इस तरह की रणनीति अपनाई है. सूत्रों का कहना है कि स्नाइपर्स आतंकी इतने खतरनाक होते हैं कि बिना नजरों में आए एक ही जगह पर वह काफी समय तक छुपे रह सकते हैं और किसी को मारने के बाद वहीं वापस जा सकते हैं. घाटी में वीआईपी लोगों के लिए स्नाइपर हमला बहुत ही खतरनाक है.