चित्रदुर्ग, 18 अक्टूबर : दावणगेरे विरक्त मठ से जुड़े बासवप्रभुश्री को चित्रदुगा मुरूघा मठ के दुष्कर्म के आरोपी लिंगायत संत शिवमूर्ति मुरूघा शरणारू के स्थान पर चित्रदुगा मठ का अंतरिम पुजारी नियुक्त किया गया है. इसकी पुष्टि मंगलवार को सूत्रों ने की. इस बीच बासवप्रभुश्री की नियुक्ति का तीव्र विरध किए जाने की संभावना है. अनेक पुजारियों ने इस फैसले पर अपनी असंतुष्टि भी जाहिर की है. बासवप्रभु की नियुक्ति के संबंध में जवाबी रणनीति तैयार करने के लिए लिंगायत मठ के पुजारियों ने एक गुप्त बैठक भी की.
सूत्रों का कहना है कि बासवप्रभु की नियुक्ति का निर्णय आरोपी संत और मठ के प्रशासनिक सदस्यों से बातचीत कर लिया गया है. इस बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बासवप्रभु को आर्थिक रूप से समृद्ध मठ का अंतरिम पुजारी नियुक्त करने की मांग की. बासवप्रभुश्री के समर्थकों ने दावा किया कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे और विभिन्न समुदायों के बीच सौहार्द को भी सुनिश्चित करेंगे. इस बीच आरोपी लिंगायत संत ने सेवानिवृत्त जज एस.बी. वस्त्रमठ को मठ द्वारा संचालित एसजेएम विद्यापीठ का प्रशासनिक निर्णय लेने का अधिकार दिया है. यह भी पढ़ें : भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के मामले में सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस नेता से पूछताछ की
आरोपी लिंगायत संत वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं और उनके खिलाफ हाल ही में पाक्सो के तहत केस दर्ज किया गया है. चित्रदुगा मठ के नए पुजारी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है. हाईकोर्ट भी मठ की गतिविधियों पर निगरानी कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि नए पुजारी की नियुक्ति को लेकर खींचतान है. एक वर्ग चाहता है कि नए पुजारी की नियुक्ति आरोपी संत के इच्छा व आशीर्वाद से हो और दूसरा वर्ग चाहता है कि आरोपी संत को मठ से बाहर किया जाए.