अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव परिणाम: 14.79 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया

मुंबई में अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले कुल मतदाताओं में से कम से कम 14.79 प्रतिशत मतदाताओं ने ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) का विकल्प चुना.

Vote (Photo: ANI)

मुंबई, छह नवंबर: मुंबई में अंधेरी (पूर्व) विधानसभा उपचुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले कुल मतदाताओं में से कम से कम 14.79 प्रतिशत मतदाताओं ने ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) का विकल्प चुना. चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद रविवार को किये गये डाटा विश्लेषण से इस बात की जानकारी मिली है. अंधेरी ईस्ट सीट पर उद्धव गुट की ऋतुजा लटके जीतीं, कहा- BJP हार रही थी इसीलिए अपना उम्मीदवार हटाया.

एक अधिकारी ने बताया कि नोटा के पक्ष में 12,806 मत पड़े, जो विजयी उम्मीदवार के बाद दूसरे स्थान पर रहा. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस समर्थित शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की उम्मीदवार ऋतुजा लटके ने उपचुनाव में कुल 86,570 मतों में से 66,530 मत हासिल कर रविवार को जीत हासिल की. ऋतुजा लटके को कुल मतों का 76.85 फीसदी मत मिला.

अंधेरी (पूर्व) निर्वाचन क्षेत्र के 2019 के चुनाव में, शिवसेना के रमेश लटके ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मुरजी पटेल (निर्दलीय) के खिलाफ 62,773 मत प्राप्त किए थे. उस वक्त मुरजी पटेल को 45,808 मत मिले थे, जबकि नोटा की संख्या 4,311 थी.

मौजूदा विधायक और ऋतुजा के पति रमेश लटके का इस साल मई में निधन हो जाने के कारण उपचुनाव कराना पड़ा था. ऋतुजा की जीत निश्चित थी, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मुरजी पटेल ने आखिरी वक्त पर अपना नाम वापस ले लिया था और ऋतुजा के लिए एक प्रकार से मैदान खाली कर दिया था.

ऋतुजा के अलावा छह निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में थे. इनमें राजेश त्रिपाठी को 1,571 वोट, नीना खेडेकर को 1,531, बाला नादर को 1,515, फरहाना सैयद को 1,093, मनोज नायक को 900 और मिलिंद कांबले को 624 वोट मिले. उपचुनाव में 31.74 प्रतिशत मतदान हुआ था.

नोटा टैली के बारे में पूछे जाने पर, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि यदि भाजपा के उम्मीदवार ने उपचुनाव लड़ा होता तो उसे नोटा इतने ही वोट मिले होते. उपचुनाव परिणाम पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने ठाणे में कहा कि जिस दिन भाजपा ने अपना उम्मीदवार वापस लिया, उस दिन ऋतुजा की जीत निश्चित हो गई थी.

उन्होंने याद दिलाया कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और मनसे नेता राज ठाकरे की ऋतुजा के लिए मैदान खाली कर देने की अपील के बाद भाजपा मैदान से हट गई थी.

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