Amazon Jobs: अमेजन ने फेस्टिवल सीजन से पहले भारत में 1.1 लाख रोजगार के अवसर कराए हैं उपलब्ध
अमेजन इंडिया ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने आगामी त्योहारी सीजन से पहले अपने ऑपरेशन नेटवर्क में 110,000 से अधिक मौसमी नौकरी के अवसर पैदा किए हैं. ई-कॉमर्स प्रमुख ने अपने मौजूदा नेटवर्क में हजारों महिला सहयोगियों के साथ-साथ लगभग 1900 विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) को काम पर रखा है.
अमेजन इंडिया (Amazon India) ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने आगामी त्योहारी सीजन (Festive Season) से पहले अपने ऑपरेशन नेटवर्क (Operations Network) में 110,000 से अधिक मौसमी नौकरी (Seasonal Job) के अवसर पैदा किए हैं. ई-कॉमर्स प्रमुख ने अपने मौजूदा नेटवर्क में हजारों महिला सहयोगियों के साथ-साथ लगभग 1900 विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) को काम पर रखा है. कंपनी ने कहा कि उसने इनमें से अधिकांश नई नियुक्तियों को पहले ही अपने साथ जोड़ लिया है. श्रम एवं रोजगार मंत्री (Minister of Labour and Employment) डॉ मनसुख मंडाविया (Dr Mansukh Mandaviya) ने कहा- यह देखना उत्साहजनक है कि कंपनी इन भूमिकाओं के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों को काम पर रख रही है, जबकि अपने सहयोगियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और शैक्षिक सहायता पर केंद्रित पहल के माध्यम से उनकी भलाई को प्राथमिकता दे रही है.
अवसरों में मुंबई, दिल्ली, पुणे, बैंगलोर, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ और चेन्नई जैसे शहरों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां शामिल हैं. अमेजन इंडिया के वीपी-ऑपरेशंस अभिनव सिंह ने कहा कि इनमें से कई सहयोगी त्योहारी सीजन के बाद भी अमेजन के साथ काम करना जारी रखते हैं और कई अन्य साल-दर-साल अमेजन के साथ काम करने के लिए लौटते हैं.
डॉ. मंडाविया के अनुसार, पूरे भारत में 1 लाख से अधिक मौसमी रोजगार के अवसर पैदा करने की अमेजन की प्रतिबद्धता त्योहारी अवधि के दौरान देश के कार्यबल को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है. सहयोगियों की भलाई का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, अमेजन इंडिया ने सहयोगियों की भलाई पर केंद्रित कई पहलों को लागू किया है, जिसमें हाल ही में लॉन्च किया गया प्रोजेक्ट आश्रय भी शामिल है, जो दिल्ली एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में डिलीवरी सहयोगियों के लिए समर्पित विश्राम बिंदु प्रदान करता है. यह भी पढ़ें: Amazon New Update: अमेज़न ने भारत में लॉन्च किया AI असिस्टेंट ‘Rufus’, जानें यह शॉपिंग में कैसे करेगा मदद
वैश्विक ई-कॉमर्स प्रमुख ने हाल ही में कहा कि वह साल के अंत तक भारतीय व्यवसायों को भारत से संचयी ई-कॉमर्स निर्यात में 13 बिलियन डॉलर से अधिक सक्षम करने की राह पर है. 2015 में लॉन्च किए गए अपने 'अमेज़ॅन ग्लोबल सेलिंग' कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, 1.5 लाख निर्यातकों ने दुनिया भर के ग्राहकों को संचयी रूप से 40 करोड़ से अधिक 'मेड इन इंडिया' उत्पाद बेचे हैं. कार्यक्रम पर कुल विक्रेता आधार पिछले वर्ष में 20 प्रतिशत बढ़ गया है.
बताया जा रहा है कि देश में ऑनलाइन शॉपिंग का चलन और इंटरनेट की पहुंच बढ़ने के कारण ई-कॉमर्स बाजार 18.7 फीसदी की औसत दर से बढ़कर साल 2028 तक 292.3 अरब डॉलर पहुंच सकता है, जो इस साल के 147.3 अरब डॉलर की तुलना में दोगुना है.
डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ग्लोबलडाटा की नई रिपोर्ट के अनुसार देश में ई-कॉमर्स भुगतान का भविष्य काफी अच्छा है. इसकी वजह देश में ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों की संख्या में इजाफा होना है. साथ ही सरकार की पहल जैसे मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया से भी इस विकास को मदद मिल रही है. रिपोर्ट के अनुसार, देश में ई-कॉमर्स तेज गति से बढ़ रहा है. इस साल इसके 23.8 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है.