अमेरिका में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कहा, 'पाकिस्तान के प्रति कोई सहानुभूति नहीं, भारत के प्रति पूर्ण समर्थन'
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वाशिंगटन, 5 जून : कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाला भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका दौरे पर है. अमेरिका में भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि कई देशों में उसके साथ हुई बातचीत से यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है और सीमापार आतंकवाद पर भारत के रुख को लेकर वैश्विक समर्थन बहुत अधिक है.

प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख और कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम हर देश में जो करने की कोशिश कर रहे हैं, वह यह है कि हम घटनाओं के बारे में अपना दृष्टिकोण, पिछले कुछ हफ्तों के अपने अनुभव को समझाएं, और उन लोगों की एकजुटता और समझ की कोशिश करें जिनसे हम मिलते हैं और बात करते हैं." यह भी पढ़ें : JAC Board 12th Arts Result 2025: झारखंड बोर्ड 12वीं आर्ट्स का रिजल्ट आज इतने बजे होगा जारी, jacresults.com पर ऐसे करें चेक

उन्‍होंने कहा, "मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि अब तक हम जिन लोगों से मिले हैं, उन सभी ने न केवल भारत पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का भी स्पष्ट रूप से समर्थन किया है और ऐसी समझ का बहुत स्वागत किया गया है."

थरूर ने पहलगाम आतंकवादी हमले को कश्मीर में आर्थिक और सामाजिक आशावाद के समय में एक गंभीर रुकावट बताया. उन्होंने कहा, "कश्मीर में तेजी से विकास हो रहा था. आम कश्मीरी भारी संख्या में पर्यटकों के आने से लाभान्वित हो रहे थे. उनको आर्थिक रूप से काफी अवसर मिल रहे थे. यह एक अच्छा समय था. कश्मीर में छुट्टियां मनाने आए पर्यटकों के एक मासूम समूह की निर्मम हत्या की जा रही है, लोग आकर उनसे उनका धर्म पूछ रहे हैं और उनकी आंखों की सामने गोली मार रहे हैं."

उन्होंने कहा, "इसके बाद सरकार ने जो कुछ भी करने का निर्णय लिया, राष्ट्र ने एकजुट होकर उसका समर्थन किया. हममें से अधिकांश लोग जो चाहते थे, सरकार ने अंत में वहीं निर्णय लिया है." उन्होंने भारत की सुनियोजित सैन्य प्रतिक्रिया और युद्ध विराम के बारे में भी बताया. पाकिस्तान की वैश्विक विश्वसनीयता के बारे में थरूर स्पष्ट थे और उन्होंने सवाल किया, "ओसामा बिन लादेन कहां था? मुंबई में किसने हमला किया, इन अन्य हमलों को कौन अंजाम दे रहा है, कौन सी एजेंसियां और कौन से आतंकवादी संगठन और व्यक्ति संयुक्त राष्ट्र समिति की सूची में हैं? ये सभी निर्विवाद बातें हैं और इसलिए वे जानते हैं."

जब उनसे पूछा गया कि विदेशी वार्ताकारों ने पाकिस्तान की कार्रवाइयों के बारे में भारत के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी, तो थरूर ने स्पष्ट किया का किसी में पाकिस्तान के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है. उन्होंने वाशिंगटन में नीतिगत भावना को दो बातों के रूप में व्यक्त किया. उन्‍होंने कहा, "आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई के प्रति पूर्ण समर्थन और एकजुटता" और "भारत के आत्मरक्षा के अधिकार की पूर्ण समझ."

वहीं, भाजपा सांसद और प्रतिनिधिमंडल के एक अन्य सदस्य तेजस्वी सूर्या ने भी पाकिस्तान की हरकतों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "बिलावल भुट्टो अपने प्रतिनिधिमंडल को शांति प्रतिनिधिमंडल कह रहे हैं और यह विडंबना है कि पाकिस्तान शांति की भाषा बोल रहा है. वे असफल जनरलों को फील्ड मार्शल बनाकर नकली नायक बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वे नहीं जानते कि असली नेता कैसे दिखते हैं." सूर्या ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की स्थिति को विदेशों में स्पष्ट समर्थन प्राप्त हुआ है.