कोलकाता: कोरोना महामारी के रोकाथाम के लिए पश्चिम बंगाल (West Bengal) में 31 जुलाई तक लॉकडाउन है. इस बीच सरकार के आदेश के अनुसार सख्ती से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाया रहा है. इसके बाद भी पश्चिम बंगाल में कोरोना के मामले कम होने की अपेक्षा बढ़ते ही जा रहे हैं. कोरोना को लेकर खबर है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा (Legislative assembly) में एक कर्मचारी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद विधानसभा के सभी विभाग को 24 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है. फिर से विधानसभा में 27 जुलाई से काम शुरू होंगे.
इस बीच ममता बनर्जी ने कोरोना वायरस से मौत होने वाले कर्मचारियों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार अगर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के दौरान ड्यूटी पर अगर किसी सरकारी कर्मचारी की मौत होती है तो परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. पश्चिम बंगाल में फिलहाल कोरोना वायरस अब तक राज्य सरकार के 12 कर्मचारियों की मौत हो चुकी हैं. यह भी पढ़े: कोरोना की चपेट में पश्चिम बंगाल, ममता सरकार ने लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ाया, पहले की तरह स्कूल-कॉलेज समेत मेट्रो-रेल सेवाएं रहेंगी बंद
All departments at the West Bengal legislative assembly to remain completely closed till 24th July after an employee at the assembly tested positive for COVID19. Work at the assembly to resume from 27th July.
— ANI (@ANI) July 15, 2020
वहीं बुधवार शाम स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार 1,589 नए मरीज पाए जाने के साथ की 20 लोगों की मौत हुई हैं. जिसके बाद राज्य में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर 34,427 हो गई है. वहीं 34,427 एक्टिव मामले हैं. जबकि 20,680 लोग ठीक हुए हैं. वहीं कोरोना जैसी घटक महामारी से अब तक एक हजार लोगों की जान जा चुकी है. इस कोरोना को लेकर खबर है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में एक कर्मचारी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद विधानसभा के सभी विभाग को 24 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है.