Air Pollution: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की हेल्थ एडवाइजरी, राज्यों को स्कूलों के लिए प्लान बनाने का दिया निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में रहने वाले बच्चों के स्वास्थ्य पर चिंता जताई और राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के बीच एक एडवाइजरी जारी की.
नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में रहने वाले बच्चों के स्वास्थ्य पर चिंता जताई और राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के बीच एक एडवाइजरी जारी की. दिवाली से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वायु प्रदूषण (Air pollution) को लेकर दिल्ली समेत आस-पास के राज्यों के लिए एडवाइजरी की है. केंद्रीय स्वास्थ्य महानिदेशक (DGHS) ने दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव पत्र लिखकर कहा है कि वे वायु प्रदूषण पर एक्शन प्लान बनाएं. साथ ही अपने-अपने राज्यों में दिवाली पर पटाखे ना जलाने दें. पराली के बुरे असर से बचें. Air Pollution: दिल्ली में फूल रही सांस लेकिन पंजाब पर SC के फैसले का भी असर नहीं, खूब जल रही पराली | Video.
स्वास्थ्य सलाहकार ने स्कूल अधिकारियों, प्रमुखों, शिक्षकों के साथ-साथ अभिभावकों को जागरूकता पैदा करने के लिए तंत्र विकसित करने और छात्रों को वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने और अनुकूलन के लिए बेहतर तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया.
इस एडवाइजरी में आम जन, नौकरी करने वालों और बच्चों में जागरुकता फैलाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा लोगों को फिजूल में बाहर घूमने से रोकने, डीजल आधारित जेनरेटर और गाड़ियों पर नियंत्रण की सलाह दी गई है. साथ ही पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों और बुजुर्गों को चिकित्सकीय परामर्श लेने के लिए कहा गया है. साथ ही सभी राज्यों को लक्षण आधारित दवाओं का स्टॉक मेंटेंन करने के निर्देश दिए गए हैं.
इन सबके बीच, राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई, जिससे लोगों को आसमान में छाए धुंध के बादलों से राहत मिली. समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 से नीचे चला गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, शुक्रवार सुबह 10.30 बजे दिल्ली का ओवर ऑल AQI 398 पर था.
ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 में भारत में 1.7 मिलियन लोगों की मौत का बड़ा कारण वायु प्रदूषण रहा है. भारत में प्रदूषण के बड़े कारणों में औद्योगिक उत्सर्जन, वाहनों का उत्सर्जन, निर्माण धूल, कचरे को खुले में जलाना आदि शामिल हैं.