भारतीय वायुसेना आज मंगलवार को 87वां वायुसेना दिवस (Air Force day) मना रही है. वायुसेना दिवस के मौके दिल्ली स्थित वॉर मेमोरियल पर तीनों सेना प्रमुखों ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. तीनों सेनाओं के चीफ मंगलवार सुबह दिल्ली राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे. आर्मी चीफ बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया, नौसेना प्रमुख करमबीर सिंह ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी. वायुसेना दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली समेत देशभर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसे लेकर गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान सेना के जवान लड़ाकू विमानों के साथ साहसी करतब दिखाएंगे.
वायुसेना में हाल ही शामिल हुए हैवि लिंफ्ट हैलिकॉप्टर चिनूक और दुनिया के सबसे खतरनाक अपाचे हेलीकॉप्टर पहली बार हिस्सा लेंगे. कुल मिलाकर 54 एयरक्राफ्ट इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे जिसमें 19 फाइटर प्लेन, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 20 हैलिकॉप्टर शामिल हैं. इसको लेकर पिछले कई दिनों से तैयारी चल रही थी.
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तीनों सेना प्रमुखों ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि-
Delhi: Chiefs of three services, Army Chief Bipin Rawat, Indian Air Force Chief, RKS Bhadauria and Chief of the Naval Staff, Admiral Karambir Singh, pay tributes at National War Memorial on #IndianForceDay. pic.twitter.com/kFyKneKvfL
— ANI (@ANI) October 8, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वायुसेना दिवस के मौके पर बधाई संदेश दिया. पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो जारी किया है. पीएम मोदी ने इस वीडियो में वायुसेना को सलाम किया है. इस मौके पर वायुसेना ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में वायुसेना के साहस को दिखाया गया है.
पीएम मोदी ने दी बधाई-
Today, on Air Force Day, a proud nation expresses gratitude to our air warriors and their families. The Indian Air Force continues to serve India with utmost dedication and excellence. pic.twitter.com/iRJAIqft11
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2019
आज मंगलवार को वायुसेना दिवस और विजयादशमी के मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) फ्रांस की राजधानी पेरिस में भारतीय परंपरा के अनुसार शस्त्र पूजा करेंगे. शस्त्र पूजा के बाद रक्षामंत्री फ्रांस से अपना पहला राफेल लड़ाकू विमान भी लेंगे. रक्षामंत्री राफेल में उड़ान भी भरेंगे. यह उड़ान तकरीबन आधे घंटे की होगी. इस दौरान फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले भी मौजूद रहेंगी. बोर्डेक्स के लिए रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात करेंगे.
वायुसेना दिवस के मौके पर जानिए इससे जुड़ी कुछ खास बातें
- भारतीय वायुसेना विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना होने के साथ-साथ तमाम तरह के आधुनिक और लड़ाकू विमानों से सुसज्जित है. दुनियाभर में अमेरिका, चीन और रूस के पास भारत से बड़ी वायुसेना मौजूद है.
- भारतीय वायुसेना के पास कुल 2185 एयरक्राफ्ट मौजूद हैं, इनमें सभी तरह के विमान शामिल हैं.
- भारत के पास कुल 720 हेलीकॉप्टर मौजूद हैं. इनमें 15 लड़ाकू हेलीकॉप्टर हैं. इनका उपयोग राहत और बचाव कार्य के अलावा बाकी अन्य भी जगह देश हित के लिए किया जाता है.
- फाइटर जेट के तौर पर देश के पास सुखोई, मिराज, मिग-29, मिग-27, मिग-21 बिसन और जैगुआर जैसे नाम शामिल हैं. आज भारत को राफेल फाइटर प्लेन
- भारतीय वायुसेना के 60 से ज्यादा एयरबेस हैं जोकि भारत के हर कोने में स्थित हैं.
- भारतीय वायुसेना का वेस्टर्न कमांड सबसे बड़ा है, जहां कुल 16 एयरबेस स्टेशन मौजूद हैं.
- तजाकिस्तान के पास फर्कहोर एयरबेस स्टेशन भारत का पहला ऐसा एयरफोर्स स्टेशन है जोकि विदेशी जमीन पर मौजूद है
- सियाचिन ग्लेशियर पर मौजूद एयरफोर्स स्टेशन भारतीय एयरफोर्स का सबसे उंचाई पर मौजूद एयरबेस है जोकि जमीन से 22000 फीट की उंचाई पर मौजूद है.
- कार्गो एयरक्राफ्ट के तौर पर देश में C-130J, IL-76, C-17 और AN-32 जैसे विमान हैं.
- साल 1990 में पहली बार महिलाओं को भी सशस्त्र बल में शामिल किया गया, लेकिन उन्हें शार्ट सर्विस कमीशन ऑफिसर के तौर पर सिर्फ 14 से 15 साल तक ही सर्विस दी गई. इसके अलावा महिलाओं को समुंद्र में होने वाली लड़ाईयों में जाने की या फिर गोलीबारी करने वाले दल में शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई थी.
- साल 1990 में ही पहली बार चॉपर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाने वाले दल में महिलाओं को शामिल किया गया.
दुश्मन के घर में घुस कर मारने की ताकत रखती है वायुसेना
आज के समय में भारतीय वायुसेना के पास ऐसे सभी फाइटर प्लेन हैं जो हर परिस्थिति में दुश्मन सेना को तहस-नहस कर सकते हैं. जमीनी हमला करना हो, या समुद्र में दुश्मन के जहाज को नष्ट करना हो, सेना को एक कोने से दूसरे कोने पहुंचाना हो, या जमीनी युद्ध के दौरान हवाई हमले कर थलसेना की मुश्किल आसान करनी हो. दुश्मन के ठिकाने को तहस-नहस करना हो, या छोटे से ऑपरेशन में ही दुश्मन का सफाया करना हो. भारतीय वायुसेना यह सब करने में पूर्ण सक्षम है और साथ ही अपनी सैन्य ताकत को और बढ़ाने के मार्ग पर भी अग्रसित है.