नई दिल्ली. एक बार फिर अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले का मामला सुर्खियों में है. इस बार कांग्रेस ने करीब 3600 करोड़ रुपये के हेलिकॉप्टर सौदे में फंसाने का आरोप लगाते हुए मोदी सराकर पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा वेस्टलैंड मामले के आरोपी क्रिश्चियन मिशेल दबाव बनाकर सरकार सोनिया गांधी को फंसाने का षड्यंत्र रच रही है. उन्होंने कहा इस साजिश के देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करने वाली है.
बता दें कि रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस मामले के कथित मध्यस्थों में से एक ब्रिटिश नागरिक मिशेल जेम्स को दुबई में दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया. लेकिन उनके वकील ने कहा है कि उनके उपर सीबीआई अब दबाव बना रही है कि वे इसमें सोनिया गांधी का नाम लें. वहीं भारतीय प्रशासन निर्धारित समय के भीतर संयुक्त अरब अमीरात की अदालतों में कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है.
Two days ago, Christian Michael was arrested in Dubai for #AgustaWestland case. Now, his advocate Rosemary Patrizi clearly states that Modi govt and its agencies were forcing Christian Michael to sign false confession naming Sonia Gandhi ji: RS Surjewala,Congress pic.twitter.com/18sERbaoBx
— ANI (@ANI) July 19, 2018
उन्होंने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि एजेंसियां सीबीआई/ईडी जो भारत सरकार की कठपुतली तरह काम कर रही हैं. इनमे से दुबई की अदालत में कोई भी साक्ष्य या सबूत पेश करने में विफल रहे हैं. और दूसरी तरफ क्रिश्चन मिशेल को एक षडयंत्रकारी पुर्जे की तरह इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं के खिलाफ दुर्भावना व पूर्वाग्रह से साजिश कर रहे हैं.
‘Mudslinging’, ‘muckraking’ and ‘hatchet job’ being enacted by Modi Govt and its ‘Dirty Tricks Department’ i.e CBI/ED, to smear opposition leaders is out in the open for the nation to see and adjudge #TruthOfAgusta https://t.co/ZZvVV83yVd
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 19, 2018
यह है पूरा मामला
गौरतलब हो कि भारत ने 1 जनवरी 2014 को फिनमेक्के निका की ब्रिटिश सहायक कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड से लिए जाने वाले 12 एवी-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर के कांट्रेक्ट को रद्द कर दिया था. भारत ने यह कदम मामले में संविदात्मक दायित्वों के कथित उल्लंघन और 423 करोड़ रुपये घूस देने के आरोप की वजह से उठाया था. सीबीआई ने इससे पहले 12 मार्च 2013 को एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें 2004 से 2007 तक आईएएफ प्रमुख रहे एस.पी.त्यागी और अन्य पर अगस्ता वेस्टलैंड को कांट्रेक्ट दिलवाने के लिए घूस लेने का आरोप लगाया गया था.
सीबीआई के मुताबिक, त्यागी ने करार के बिंदुओं में बदलाव के लिए कथित रूप से बिचौलियों और कई देशों में स्थित कंपनियों के एक नेटवर्क के माध्यम से अगस्ता वेस्टलैंड से करोड़ों रुपये रिश्वत लिए थे. हेलिकॉप्टरों की उड़ान क्षमता मूल रूप से प्रस्तावित 6,000 मीटर से घटा कर 4,500 मीटर कर दी गई और केबिन की ऊंचाई घटाकर 1.8 मीटर कर दी गई थी. ये दोनों बदलाव कथित रूप से सौदे को अगस्ता वेस्टलैंड के पक्ष में करने के लिए किए गए थे, जिसने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी को ढोने के लिए आईएएफ के कंम्यूनिकेशंन स्क्वाड्रन के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति का ठेका हासिल कर लिया था.
सीबीआई जांच से पता चला था कि हैश्के, गेरोसा और मिशेल ने त्यागी बंधुओं को कई भुगतान किए थे. एजेंसी ने वर्ष 2004 से 2007 तक आईएएफ प्रमुख रहे त्यागी, उनके चचेरे भाई और खेतान को पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार कर लिया था. जो अब जमानत पर हैं. ( भाषा इनपुट )