बुल रन दुर्घटना के बाद आईआईटी-बॉम्बे परिसर में बनाएगी गौशाला?

आईआईटी-बॉम्बे जल्द ही अपने परिसर में मवेशियों की देखभाल करने के लिए एक शेल्टर बनाने वाला है. संस्थान के अधिकारी और परिसर में गौ प्रेमी संघ उन क्षेत्रों की पहचान करने की योजना बना रहे हैं जहां मवेशियों के लिए स्वतंत्र रूप से घुम सके और जो आवासीय और शैक्षणिक क्षेत्रों से थोड़ा दूर रहे. गुरुवार की भयावह दुर्घटना में दो सांडों ने एक 21 वर्षीय छात्र पर हमला कर दिया.

गौशाला (Photo Credit: IANS/File)

आईआईटी-बॉम्बे जल्द ही अपने परिसर में मवेशियों की देखभाल करने के लिए एक शेल्टर बनाने वाला है. संस्थान के अधिकारी और परिसर में गौ प्रेमी संघ उन क्षेत्रों की पहचान करने की योजना बना रहे हैं जहां मवेशि स्वतंत्र रूप से घुम सके और जो आवासीय और शैक्षणिक क्षेत्रों से थोड़ा दूर रहे. गुरुवार की भयावह दुर्घटना के बाद समिती ने ये फैसला लिया. बता दें कि दो सांडों ने एक 21 वर्षीय छात्र पर हमला कर दिया. व्यक्ति फोन पर बात कर रहा था कि तभी उसके पीछे से अचानक दो सांड लड़ते हुए पहुंच गए और इस दौरान वह व्यक्ति भी उनके चपेट में आ गया. जिसके बाद वह बुरी तरह से घायल हो गया. इस घटना के बाद समिती ये फैसला लिया. सोमवार को जब एक बीएमसी वैन पवई के पास आवारा पशुओं को लेने गई और कुछ कर्मचारियों ने आईआईटी गेट के बाहर सांडों को पकड़ने की कोशिश की तो कई कैंपस निवासियों ने उनका विरोध किया. एक बैल को पकड़ लिया गया, जबकि निवासियों ने परिसर के अंदर दूसरे कर्मचारी को हमारे कर्मचारियों से बचाने के लिए मजबूर किया." पवई पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक अनिल पोफले ने बताया कहा कि पुलिस ने इस हस्तक्षेप किया और मामला सुलझ गया.

यह भी पढ़ें: मुंबई: दो सांडों की चपेट में आया IIT Bombay का छात्र, देखें फिर क्या हुआ

हालांकि संस्थान ने मवेशियों को आश्रय देने की योजना बनाई है, लेकिन यह गौशाला की तरह सीमित जगह नहीं होगी, स्टूडेंट्स अफेयर्स डीन तपनेंदु कुंडू ने कहा कि "परिसर के कई लोग मानते हैं कि यह उनका प्राकृतिक आवास है और इसलिए, उन्हें बाहर नहीं फेंका जाना चाहिए. हम उन क्षेत्रों की पहचान करने की योजना बना रहे हैं, जहां गाय प्रेमियों के संघ द्वारा उनका ध्यान रखा जा सकता है. इस तरह हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि इंसानों और मवेशियों के बीच कोई संघर्ष नहीं होगा.

Share Now

\