अदाणी समूह ने एनडीटीवी के उस दावे को खारिज किया जिसमें हिस्सेदारी बिक्री के लिए आई-टी विभाग की मंजूरी की जरूरत थी

नई दिल्ली, 2 सितम्बर : अदाणी समूह ने एनडीटीवी के प्रमोटर समूह की कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग की इस दलील को खारिज कर दिया है कि आयकर विभाग ने मीडिया कंपनी में अपनी हिस्सेदारी को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया है. बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के साथ एक नियामक फाइलिंग में, अदाणी समूह ने आरआरपीआर होल्डिंग के बयान को गलत और भ्रामक बताया और एनडीटीवी प्रमोटर समूह इकाई को वारंट को इक्विटी शेयरों में बदलने के लिए कहा.

बीएसई को अडानी ग्रुप का पत्र तब आया जब आरआरपीआर होल्डिंग ने विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल, अदानी एंटरप्राइजेज की एक अप्रत्यक्ष सहायक कंपनी) को सूचित किया कि एनडीटीवी में उसकी (आरआरपीआर होल्डिंग्स) की हिस्सेदारी आयकर अधिकारियों द्वारा अस्थायी रूप से अटैच की गई है और ट्रांसफर के लिए उनकी (आई-टी विभाग की) मंजूरी की आवश्यकता है. यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिण को लेकर टीआरएस सरकार पर साधा निशाना

वीसीपीएल ने कुछ अन्य संस्थाओं के साथ मीडिया कंपनी में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी लेने के लिए एक प्रक्रिया शुरू की है, एक ऐसा कदम जिसे एनडीटीवी ने शत्रुतापूर्ण अधिग्रहण के रूप में वर्णित किया है. 23 अगस्त को, अदानी समूह ने वीसीपीएल के अधिग्रहण के माध्यम से एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत अप्रत्यक्ष हिस्सेदारी के अधिग्रहण की घोषणा की, जिसमें आरआरपीआर होल्डिंग में 99.99 प्रतिशत हिस्सेदारी है.