केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुआ हादसा, पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक यात्री की मौत, तीन घायल
केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक यात्री की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि तीन यात्री घायल हो गए. सूचना पाकर एसडीआरएफ और पुलिस ने तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया.
रुद्रप्रयाग, 30 जून : केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक यात्री की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि तीन यात्री घायल हो गए. सूचना पाकर एसडीआरएफ और पुलिस ने तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया. दो दिन के भीतर सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पत्थर गिरने की यह दूसरी घटना है. जिले में बारिश का कहर जारी है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सेक्टर अधिकारी सोनप्रयाग द्वारा जिला आपातकालीन प्रचालन केंद्र को घटना की सूचना दी गई. जानकारी के अनुसार सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल चल रहे यात्रियों पर अचानक पहाड़ी से पत्थर गिर गए, जिससे एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि अन्य तीन व्यक्ति घायल हो गए. घटना के बाद एसडीआरएफ की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया गया.
एसडीआरएफ टीम द्वारा घायलों को स्वास्थ्य केंद्र सोनप्रयाग लाया गया. जहां उनका उपचार चल रहा है. दुर्घटना में राजस्थान बांसवाड़ा निवासी जयंती लाल खेतरा (50) की मृत्यु हो गई. जबकि मयूरी (30) पत्नी धर्मेंद्र, अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह(59)पुत्र मीर सिंह निवासी सुरहती, हरियाणा तथा विकास (20) पुत्र वीरचंद्र नेपाल घायल हो गए. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि घायलों का स्वास्थ्य केंद्र सोनप्रयाग में उपचार चल रहा है. यह भी पढ़ें : अमित शाह ने भूस्खलन पर मणिपुर के मुख्यमंत्री, रेल मंत्री से बात की
बारिश से बढ़ी लोगों की परेशानियां:
जिले में मॉनसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है. पहली ही बरसात में व्यवस्थाएं पटरी से उतर चुकी हैं. बरसात के कारण बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ तो केदारनाथ हाईवे नौलापानी में सुबह से बंद पड़ा है. हजारों यात्री और स्थानीय लोग हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं. हाईवे बंद होने से चारधाम यात्रा भी प्रभावित होने लगी है. यात्री समय पर केदारनाथ के अलावा अन्य धामों की यात्रा नहीं कर पा रहे हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी उफान पर बह रही है. और नदी किनारे स्थित सभी घाट जलमग्न हो गये हैं.