नई दिल्ली, 1 सितंबर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई की छापेमारी के बाद से आम आदमी पार्टी का वोट शेयर 4 फीसदी बढ़ गया है. केजरीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, "मनीष सिसोदिया पर छापेमारी के बाद से गुजरात में आप का वोट शेयर 4 फीसदी बढ़ा है. गिरफ्तारी के बाद यह 6 फीसदी तक पहुंच जाएगा." मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सिसोदिया का बचाव करते हुए कहा कि जांच एजेंसी जानती है कि वह निर्दोष हैं, फिर भी उनके खिलाफ कुल 13 मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने कहा कि आप के 49 विधायकों के खिलाफ मामले दर्ज हैं.
उन्होंने कहा कि सिसोदिया के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए हैं. सिसोदिया ने जांच का स्वागत किया, लेकिन मानहानि के मामले की धमकी नहीं दी. सीबीआई ने सिसोदिया के आवास पर छापा मारा और उनके गांव गई और उनके बैंक लॉकर की तलाशी भी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला. केजरीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पर बात करते हुए कहा, "हम यह साबित करने के लिए आज एक विश्वास प्रस्ताव लाए हैं कि ऑपरेशन लोटस विफल हो जाएगा. हमारे किसी भी विधायक ने पाला नहीं बदला है." उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, "भाजपा हर उस जगह की जांच कर रही है जहां आप ने अच्छा काम किया है. मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद मुझे लगता है कि हमारा वोट प्रतिशत और बढ़ेगा." यह भी पढ़ें : आरएसएस के विभिन्न संगठनों की छत्तीसगढ़ में 10-12 सितंबर तक होगी समन्वय बैठक
केजरीवाल ने कहा, "क्या स्कूल और अस्पताल बनाने की चाहत में कुछ गलत है? वे (भाजपा) विधायकों को खरीदने पर 20 करोड़ रुपये से 50 करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं, जो उनकी नजर में गलत नहीं है. मेरे दोनों बच्चे आईआईटी में पढ़ते हैं. मैं चाहता हूं कि भारत में हर बच्चे को समान शिक्षा मिले." इस बीच, उपाध्यक्ष राखी बिड़लान के साथ बहस के बाद भाजपा के तीन विधायकों को पूरे सत्र के लिए विधानसभा से बाहर कर दिया गया. इसके तुरंत बाद भाजपा के बाकी विधायकों ने वाकआउट किया. दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल द्वारा पेश किया गया विश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित हो गया.