नई दिल्ली: दिल्ली में डेंगू के मामले बढ़ गए हैं. इस मौसम में डेंगू के कम से कम 830 मामले सामने आए जिनमें से 42 प्रतिशत से अधिक इस महीने दर्ज किए गए. नगर निगम की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महीने के पहले दो सप्ताह में ही करीब 350 मामले सामने आए. इसमें कहा गया है कि इस मौसम में 13 अक्टूबर तक मलेरिया के 385 और चिकनगुनिया के 97 मामले दर्ज किए गए. इस साल सामने आए डेंगू के 830 मामलों में से 374 सितंबर में, 58 अगस्त में, 19 जुलाई में, आठ जून में, 10 मई में, दो अप्रैल में, एक मार्च में, तीन फरवरी में और छह मामले जनवरी में दर्ज किए गए.
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के अनुसार, फरवरी में मलेरिया के दो मामले, मार्च और अप्रैल में एक-एक, मई में 17, जून में 25, जुलाई में 42, अगस्त में 82, सितंबर में 138 और छह अक्टूबर तक 77 मामले सामने आए. एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने लोगों को पूरी बाजू के कपड़े पहनने जैसे सभी एहतियाती कदम उठाने और अपने घरों के अंदर मच्छर का लार्वा नहीं पनपने देने की सलाह दी. डॉक्टर ने कहा, ‘‘वाटर कूलर जब इस्तेमाल में ना हो तो उनमें पानी ना भरें क्योंकि वहां डेंगू का मच्छर सबसे ज्यादा पनपता है। घर में मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए.’’ यह भी पढ़े: दिल्लीवासियों पर मंडरा रहा है स्वाइन फ्लू का खतरा, H1N1 वायरस के कई मामले आए सामने
मच्छर जनित बीमारियों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच सामने आते हैं लेकिन यह दिसंबर मध्य तक भी चल सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर में 13 अक्टूबर तक 1,87,239 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया. एहतियाती कदम के तौर पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कुछ महीने पहले स्थानीय निकायों और अन्य एजेंसियों को मच्छर जनित बीमारियों को नियंत्रित करने के कदमों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे
दिल्ली में डेंगू का आतंक, महज दो हफ्ते में करीब 350 मामले आए सामने
दिल्ली में डेंगू के मामले बढ़ गए हैं. इस मौसम में डेंगू के कम से कम 830 मामले सामने आए जिनमें से 42 प्रतिशत से अधिक इस महीने दर्ज किए गए. नगर निगम की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महीने के पहले दो सप्ताह में ही करीब 350 मामले सामने आए
नई दिल्ली: दिल्ली में डेंगू के मामले बढ़ गए हैं. इस मौसम में डेंगू के कम से कम 830 मामले सामने आए जिनमें से 42 प्रतिशत से अधिक इस महीने दर्ज किए गए. नगर निगम की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महीने के पहले दो सप्ताह में ही करीब 350 मामले सामने आए. इसमें कहा गया है कि इस मौसम में 13 अक्टूबर तक मलेरिया के 385 और चिकनगुनिया के 97 मामले दर्ज किए गए. इस साल सामने आए डेंगू के 830 मामलों में से 374 सितंबर में, 58 अगस्त में, 19 जुलाई में, आठ जून में, 10 मई में, दो अप्रैल में, एक मार्च में, तीन फरवरी में और छह मामले जनवरी में दर्ज किए गए.
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) के अनुसार, फरवरी में मलेरिया के दो मामले, मार्च और अप्रैल में एक-एक, मई में 17, जून में 25, जुलाई में 42, अगस्त में 82, सितंबर में 138 और छह अक्टूबर तक 77 मामले सामने आए. एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने लोगों को पूरी बाजू के कपड़े पहनने जैसे सभी एहतियाती कदम उठाने और अपने घरों के अंदर मच्छर का लार्वा नहीं पनपने देने की सलाह दी. डॉक्टर ने कहा, ‘‘वाटर कूलर जब इस्तेमाल में ना हो तो उनमें पानी ना भरें क्योंकि वहां डेंगू का मच्छर सबसे ज्यादा पनपता है। घर में मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए.’’ यह भी पढ़े: दिल्लीवासियों पर मंडरा रहा है स्वाइन फ्लू का खतरा, H1N1 वायरस के कई मामले आए सामने
मच्छर जनित बीमारियों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच सामने आते हैं लेकिन यह दिसंबर मध्य तक भी चल सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि शहर में 13 अक्टूबर तक 1,87,239 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया. एहतियाती कदम के तौर पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कुछ महीने पहले स्थानीय निकायों और अन्य एजेंसियों को मच्छर जनित बीमारियों को नियंत्रित करने के कदमों में तेजी लाने के निर्देश दिए थे