नई दिल्ली, 16 नवंबर: जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है. मगर विदेशी यानी पाकिस्तानी मूल के आतंकियों की बढ़ी हुई तादाद अब भी सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चिंता का विषय है. सूत्रों की माने तो एक रिपोर्ट के अनुसार घाटी में कुल 135 आतंकी अब भी सक्रिय हैं. इनमें 82 विदेशी (पाकिस्तानी) और 53 लोकल आतंकी शामिल हैं. Shraddha Murder Case: आफताब के परिवार को पता था हत्या का राज? पुलिस को अब आरोपी के घरवालों की तलाश
जानकारी के अनुसार सुरक्षा बलों को आतंकियों पर लगाम लगाने में काफी हद तक सफलता भी मिल रही है. सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में इस साल अब तक सुरक्षा बलों के साथ हुए एनकाउंटर में 178 आतंकी मारे गए हैं. इनमें 52 विदेशी आतंकी और 126 लोकल आतंकी शामिल हैं. घाटी में अलग अलग ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को ये सफलता मिली है. बता दें कि साल 2021 में सुरक्षा बलों ने 180 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था.
वहीं सूत्रों की मानें तो घाटी में अब भी करीब 135 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें 53 लोकल आतंकी और 82 विदेशी यानी पाकिस्तानी मूल के दहशतगर्द शामिल हैं. जम्मू कश्मीर में विदेशी आतंकियों की तादाद पिछले कुछ समय से बढ़ी है. यही वजह है कि इनसे निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियां कई रणनीतियों पर काम कर रही हैं.
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन भारत में घुसपैठ के कई नए तरीके अपना रहे हैं. दरअसल कश्मीर घाटी में अब लोकल आतंकी दिन प्रतिदिन कम हो रहे हैं, इसलिए पाकिस्तानी मूल के आतंकियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में सीमा पार कराने का प्रयास हो रहा है. इससे निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह चौकन्नी हो गई हैं.
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू कश्मीर में साल 2017 से लेकर 2021 तक कुल 1424 आतंकी घटनाएं हुई हैं. वहीं इस दौरान 1028 आतंकियों को अलग अलग मुठभेड़ में मार गिराया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इन पांच सालों में 355 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं और 196 नागरिकों की भी मौत हुई है.