नई दिल्ली. भारत-चीन के बीच बॉर्डर को लेकर तनाव खत्म नहीं है. लद्दाख के गलवान घाटी में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में इंडियन आर्मी के 20 जवान शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से ही भारत में इसकी तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. चीन को लेकर भारत सरकार पूरी तरह से सख्त नजर आ रही है. आर्थिक मोर्चे पर चीन को नुकसान पहुंचाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने चीन के 59 एप पर बैन लगाया है. इन सबके बीच अब खबर है कि पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट में टिकटॉक कंपनी की पैरवी करने से साफ इनकार कर दिया है.
बता दें कि मुकुल रोहतगी ने देश की सबसे बड़ी अदालत में कहा कि वो टिकटॉक की पैरवी कर भारत सरकार के खिलाफ कोई दलीलें नहीं देनेवाले हैं. देश में टिक टॉक सहित 59 चीनी एप्स को बैन करने के बाद चीन की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने अपने बयान में कहा कि चीन दृढ़ता से चिंतित है और हालात की जांच कर रहा है. यह भी पढ़ें-India Bans 59 Chinese Apps: भारत के एक्शन से चीन परेशान, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कही बड़ी बात
ANI का ट्वीट-
Mukul Rohatgi, former Attorney General of India, refuses to appear for Tik Tok, says he won't appear for the Chinese app against the Government of India. (file pic) pic.twitter.com/Pds2ZuUDii
— ANI (@ANI) July 1, 2020
उल्लेखनीय है कि चीनी कंपनी टिक टॉक ने अपने केस की पैरवी करने के लिए भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी से संपर्क साधा था, लेकिन उन्होंने चीनी कंपनी की ओर से पेश होने से मना कर दिया है. केंद्र की मोदी सरकार ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयरइट , क्लब फैक्टरी, कैम स्कैनर, ईएस फाइल एक्सप्लोलर, हेलो सहित कई फेमस चीनी ऐप्स पर बैन लगाया है. यही कारण है कि चीन पूरी तरह से सकते में है.