Uttar Pradesh : उत्तरप्रदेश में धार्मिक पर्यटनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बौद्ध सर्किट तीर्थक्षेत्रों पर भी काम शुरू किया गया है. जिसके तहत कौशाम्बी में भगवान बुद्ध की ब्रॉन्ज प्रतिमा को लगाने के कार्य की शुरुवात की जा रही है. इसके लिए उत्तरप्रदेश के संस्कृति विभाग के अंतर्गत आनेवाले राज्य ललित कला अकादमी ने टेंडर प्रक्रिया शुरू की है.
इससे मूर्ति के निर्माण और स्थापना के लिए एजेंसी चुनी जाएगी. जानकारी के मुताबिक़ एजेंसी को कार्य सौपने के बाद 7 महीने में मूर्ति की स्थापना के काम को पूरा करना होगा. मूर्ति का काम शुरू करने से पहले 1 महीने के भीतर मूर्ति के प्रोटोटाइप का निर्माण किया जाएगा और उसको मंजूरी मिलने के बाद ही मेन मूर्ति को 6 महीनें में मूर्ति को स्थापित किया जाएगा. ये भी पढ़े :Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
जानकारी के मुताबिक़ कौशाम्बी में भगवान बुद्ध की मूर्ति को हॉलो कास्ट पद्धति के जरिए पूरा किया जाएगा. इसमें ख़ास बात ये रहेगी की मूर्ति ब्रॉन्ज शीट्स को जोड़कर नहीं ,बल्कि उसकी लॉस्ट प्रोसेस के जरिए ढलाई की जाएगी. मूर्ति को बनाने के लिए जिन मेटल्स का उपयोग किया जाएगा, उनमें 85 प्रतिशत कॉपर, 5 परसेंट लेड, 5 प्रतिशत टीन , 5 प्रतिशत जिंक का अलॉय के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा.
मूर्ति में ब्रॉन्ज का वजन 52 टन होगा, जबकि 20 टन लोहे का इस्तेमाल भी इसकी स्थापना के उपयोग में किया जाएगा.मूर्ति भीतर से हॉलो होगी. भगवान बुद्ध ने कौशाम्बी में ही चातुर्मास व्यतीत करने के साथ लोगों को सत्य, अहिंसा का संदेश दिया था. जिसके कारण यह बौद्ध धर्मियों के लिए काफी पवित्र जगह और देश विदेश से लोग यहां दर्शन करने पहुंचते है.