National Safety Day 2021: राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के 50 बरस! जानें कब और क्यों और कैसे मनाते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस?

प्रत्येक वर्ष मार्च की चौथी तारीख को 'राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस' मनाया जाता है. इस वर्ष 2021 में देश 50वां राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनायेगा. गौरतलब है कि इस राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरुआत 4 मार्च 1966 में हुई थी, लेकिन समय की आवश्यकता को देखते हुए कालांतर में इसे एक दिन से बढ़ाकर पूरे एक सप्ताह (4 मार्च से 10 मार्च) कर दिया गया. यानी अब 4 मार्च से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है. इस दिन देश में सरकारी गैर-सरकारी संगठनों द्वारा विभिन्न किस्म के सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं.

क्या है उद्देश्य

प्रत्येक कार्यक्रम का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष संबंध देश की सुरक्षा व्यवस्था से रहता है.

राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाने का उद्देश्य जीवन के विभिन्न मोड़ पर सतर्कता नहीं बरतने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना होता है. इसे मनाने का श्रेय मुख्य रूप से हमारी सुरक्षा एजेंसियों एवं उन सैनिकों को जाता है, जो देश की सीमाओं के साथ-साथ देश के भीतर होने वाली दैवीय आपदा एवं आतंकवाद के निर्मूलन स्वरूप अपनी जान की बाजी लगाने से नहीं चूकते. इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की सफलता तभी निहित है, जब हम देश के सभी प्रहरियों का तहे दिल से अभिवादन करें.

कब शुरु हुआ राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस

राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरुआत नेशनल सेफ्टी काउंसिल द्वारा 4 मार्च 1966 को किया गया था. शुरु में इस दिन को 'नेशनल सेफ्टी डे' के रूप में मनाया जाता था. यह संस्थान गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है. साल 1966 में जब इस संगठन की नींव रखी गयी, तब इसमें तकरीबन 8000 से अधिक कार्यकर्ता थे. बाद में इसकी अहमियत को देखते हुए 1972 में इसी संगठन ने सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का फैसला किया. आगे चलकर केंद्र सरकार ने इसे साप्ताहिक दिवस बनाते हुए इसकी अवधि बढ़ाकर 7 दिन (4 मार्च से 10 मार्च तक) कर दिया. इस वर्ष हम राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की स्वर्ण जयंती मनायेंगे.

कैसे करते हैं सेलीब्रेट

राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दरम्यान देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों मसलन वाद-विवाद प्रतियोगिता, सेमिनार, सिक्यूरिटी मैसेज के पोस्टर्स, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता, बैनर प्रतियोगिता, लघु नाटक, गीत-संगीत तथा खेल प्रतियोगिता, विभिन्न कार्यशालाए और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मुद्दों पर जागरूक किया जाता है, और अंत में विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है. इसके साथ-साथ विभिन्न औद्योगिक कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है ताकि वे अपनी ज़िम्मेदारी को अच्छी तरह समझें. इस प्रशिक्षण कार्यक्रमों में उन्हे विभिन्न मशीनों, रसायनिक और विद्युत जोखिमों से निपटने और विभिन्न सुरक्षा उपकरणों मसलन अग्निशामक, प्राथमिक चिकित्सा आदि का अभ्यास कराया जाता है. इस प्रकार इन कार्यक्रमों का संपूर्ण उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना होता है.