जम्मू एवं कश्मीर: आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फेका ग्रेनेड, आठ जवान घायल
जम्मू एवं कश्मीर के कश्मीर घाटी में शुक्रवार को हिंसा की अलग-अलग वारदातों में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रमुख व उसके तीन सहयोगी मारे गए और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए. सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने पहली बार राज्य में आईएस की उपस्थिति की पुष्टि की.
श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के कश्मीर घाटी में शुक्रवार को हिंसा की अलग-अलग वारदातों में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के प्रमुख व उसके तीन सहयोगी मारे गए और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए. सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने पहली बार राज्य में आईएस की उपस्थिति की पुष्टि की.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस.पी.वैद ने पुष्टि करते हुए कहा कि अनंतनाग में गोलीबारी में मारे गए चार आतंकवादियों का संबंध आतंकवादी संगठन आईएस से था.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "मारे गए आतंकवादी कथित रूप से इस्लामिक स्टेट जम्मू एवं कश्मीर (आईएसजेके) से जुड़े हुए थे."
इस्लामिक स्टेट ने 2017 में अपनी वेबसाइट पर कहा था कि इसकी भारतीय शाखा अंसार गजवातुल हिंद का नेतृत्व कश्मीरी आतंकवादियों का कमांडर जाकिर मूसा कर रहा है.
बहुप्रतीक्षित सालाना अमरनाथ यात्रा शुरू होने में महज कुछ दिन रह गए हैं. आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने खीरम गांव के एक घर में कार्रवाई शुरू की.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "जैसे ही क्षेत्र का घेराव किया गया, घर में छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी."
मारे गए आतंकवादियों की पहचान एचएमटी श्रीनगर के रहने वाले आईएसजेके प्रमुख दाऊद सलाफी उर्फ बुरहान, पुलवामा जिले के तलंगम गांव के रहने वाले मजीद मंजूर, आदिल हसन मीर और अशरफ ईटू (दोनों अनंतनाग के श्रीगुफवाड़ा के रहने वाले) के रूप में हुई है.
पुलिस ने कहा कि इस मुठभेड़ में जम्मू एवं कश्मीर विशेष अभियान समूह(एसओजी) का एक सदस्य भी शहीद हो गया, जबकि तीन अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ में घर के मालिक मुहम्मद यूसुफ भी मारा गया, जबकि उसकी पत्नी हफीजा गोली लगने से घायल हो गई. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वैद ने कहा, "मारे गए आतंकवादियों के शव उस घर के अंदर देखे जा सकते हैं, जहां वे छिपे हुए थे. हम उनके शवों को बरामद कर रहे हैं."
इससे पहले, मुठभेड़ स्थल से कुछ दूरी पर दर्जनभर युवाओं ने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया. झड़प में 20 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हो गए.
वहीं प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच पुलवामा शहर और एचएमटी क्षेत्र में भी झड़प हो गई. मारे गए चार आतंकवादियों में से दो यहीं से हैं.
जिला प्रशासन ने किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है.
एक और घटना में, त्राल शहर में शुक्रवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए ग्रेनेड हमले में आठ सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. यहां आतंकवादियों ने कोर्ट रोड क्षेत्र में राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त दस्ते पर ग्रेनेड फेका और फिर गोलीबारी की.
इस बीच, राज्यपाल एन.एन. वोरा ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बालताल आधार शिविर का दौरा किया. अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होने वाली है.