अहमदाबाद: गुजरात के मोडासा (Modasa) से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां 19 वर्षीय युवती का कुछ दरिंदों ने पहले अपहरण किया और फिर हवस का शिकार बनाने के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया. हत्या और रेप की इस जघन्य अपराध से लोगों में रोष का माहौल है. गैंगरेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर भी अभियान शुरू किया गया है.
द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार दलित युवती का कथित तौर पर आरोपियों ने अपहरण किया, फिर उसका गैंगरेप किया और बाद हत्या कर दी. आरोपियों ने हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए युवती के शव को पेड़ से लटका दिया. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के लिए स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे है. जबकि लोग सोशल मीडिया पर भी पीड़िता को इंसाफ दिलाने की जोरशोर से मांग कर रहे है. निर्भया गैंगरेप फैसला: कोर्ट ने सुनाई दोषियों को फांसी, मां ने कहा- फैसले से कानून में महिलाओं का विश्वास बहाल होगा
बताया जा रहा है कि पीड़िता 31 दिसंबर को लापता हुई थी और उसकी पेड़ से लटकी हुई लाश 5 जनवरी को मिली थी. पीड़ित परिवार के सदस्यों का आरोप है कि पुलिस ने पहले केस दर्ज करने से भी मना कर दिया था. हालांकि लोगों के विरोध के बाद कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया. इस दौरान वहां सैकड़ों स्थानीय लोग धरने पर बैठ गए. उनकी मांग है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएं और ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अफसरों को निलंबित किया जाएं.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस में चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किए जाने के कुछ ही दिन बाद यह घटना हुई है. चारों दोषियों को 22 जनवरी को फांसी दी जाएगी.