26/11 Mumbai Attack: 15 साल पहले आज ही के दिन आतंकी हमले से दहल उठी थी मुंबई, वो जख्म जो कभी भुलाया नहीं जा सकता

भारत के इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक 26/11 को आतंकवादियों ने अब तक के सबसे क्रूर आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकवादियों ने मुंबई में प्रवेश कर चार दिनों तक गोलीबारी और सिलसिलेवार बम विस्फोट किए थे.

(Photo : X)

15th Anniversary Of 26/11 Mumbai Attack: मुंबई टेरर अटैक को आज 15 साल पूरे हो गए. देश-दुनिया को झकझोरने वाला वो आतंकी हमला भला कौन भूल सकता है. पाकिस्तान से आए आतंकियों ने सीएसटी रेलवे स्टेशन, होटल ताज समेत कई स्थानों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर करीब 174 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था. इस हमले में 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इस हमले के जख्म आज भी हरे हैं.

26/11 मुंबई हमले की 15वीं बरसी

आज, जैसा कि हम 26/11 के हमलों की 15वीं बरसी मना रहे हैं, हम पीड़ितों और मुंबई शहर के लचीलेपन को याद करते हैं. हम आतंकवाद से लड़ने और यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करते हैं कि ऐसी त्रासदी दोबारा न हो. ये भी पढ़ें- 26/11 Mumbai Attack: चीख पुकार के बीच लोगों पर हंस- हंस कर गोलियां दाग रहा था कसाब: रेलवे अनाउंसर विष्णु जेंडे

भारत के इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक 26/11 को आतंकवादियों ने अब तक के सबसे क्रूर आतंकी हमलों को अंजाम दिया था। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकवादियों ने मुंबई में प्रवेश कर चार दिनों तक गोलीबारी और सिलसिलेवार बम विस्फोट किए थे.

पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने मुंबई में आंतकी हमले करवाए. छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन, ताज महल पैलेस होटल और ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल जैसे प्रतिष्ठित स्थलों को निशाना बनाया गया.

21 नवंबर 2008 को दस आतंकी नाव में पाकिस्तान से गुजरात के रास्ते भारत आए थे. अपने रास्ते में, उन्होंने चार मछुआरों को भी मार डाला था और नाव के कप्तान को भारत में एंट्री दिलवाने की धमकी दी. उनका मुख्य मकसद आतंक फैलाना और कुछ प्रमुख आतंकवादियों को कंधार अपहरण मामले से छुड़वाना था.

मुंबई में दाखिल होते ही आतंकियों ने ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट और नरीमन हाउस में धावा बोल दिया. ताज होटल में लगभग छह विस्फोट हुए और इसमें कई लोग मारे गए. आतंकियों ने 4 दिनों तक लोगों को बंधक भी बनाए रखा था और उनमें से कई लोगों को अंधाधुंध गोलीबारी में मार दिया गया था.

इस हमले में सभी आतंकवादी मारे गए लेकिन मोहम्मद अजमल आमिर कसाब जिंदा पकड़ा गया, जिसे यरवदा जेल में 21 नवंबर 2012 को फांसी दी गई थी. जमात-उद-दावा का सरगना हाफिज सईद 26/11 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड था, जिसे आज तक पाकिस्तान बचाता आया है.

26/11 मुंबई आतंकवादी हमला एक भयावह घटना थी, जिसमें 18 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी. इन बहादुर जवानों ने मुंबई शहर को आतंकवादियों से बचाने के लिए लड़ते हुए अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया. उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा.'

26/11 हमले में शहीद हुए सुरक्षा अधिकारी

Name Rank Organization
Hemant Karkare Chief of Anti-Terrorism Squad (ATS) Mumbai Police
Ashok Kamte Additional Commissioner of Police (East) Mumbai Police
Vijay Salaskar Encounter Specialist and Senior Inspector Mumbai Police
Shashank Shinde Police Inspector Central Railway Police Force
Tukaram Omble Assistant Police Sub-Inspector Mumbai Police
Major Sandeep Unnikrishnan Commando National Security Guard (NSG)
Hawaldar Gajender Singh Bisht Commando National Security Guard (NSG)
Assistant Sub-Inspector (ASI) Ashok Dudhe Central Railway Police Force
Head Constable (HC) Tukaram Jadhav Central Railway Police Force
Constable (PC) J.G. Suryavanshi Central Railway Police Force
Constable (PC) Arun Jadhav Mumbai Police
Constable (PC) Vijay Salaskar Mumbai Police
Constable (PC) Sayyed Ahmed Qadri Mumbai Police
Constable (PC) Sunil Kumar Yadav Mumbai Police
Constable (PC) Pradeep Waghmare Mumbai Police
Constable (PC) Major Singh Mumbai Police

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