एक्टर के तौर पर मैं अपनी राजनीतिक राय अलग रखता हूं : मोहित रैना
कश्मीर (Kashmir) की पृष्ठभूमि पर आधारित अपनी पहली वेब सीरीज 'काफिर' (Kaafir) के प्रीमियर की तैयारी कर रहे अभिनेता मोहित रैना (Mohit Raina) का कहना है कि एक पेशेवर अभिनेता के तौर पर वह अपने राजनीतिक विचारों को अलग रखते हैं..
मुंबई : कश्मीर (Kashmir) की पृष्ठभूमि पर आधारित अपनी पहली वेब सीरीज 'काफिर' (Kaafir) के प्रीमियर की तैयारी कर रहे अभिनेता मोहित रैना (Mohit Raina) का कहना है कि एक पेशेवर अभिनेता के तौर पर वह अपने राजनीतिक विचारों को अलग रखते हैं. जम्मू (Jammu) में पले-बढ़े मोहित कश्मीर की राजनीतिक-सामाजिक परिस्थितियों से अच्छी तरह से वाकिफ हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके ज्ञान ने इस कहानी को बेहतर ढंग से समझने में उनकी मदद की तो इस पर मोहित ने आईएएनएस को बताया, "हां, ये सच है कि मैं कश्मीर की परिस्थितियों से अच्छी तरह से वाकिफ हूं. इसलिए लोगों के मन.. उस हानि और प्रार्थनाओं को मैं समझ सकता हूं, जिस पर वे भरोसा करते हैं, लेकिन इससे मुझे कहानी के किरदार को समझने में मदद नहीं मिली. मैंने कहानी का ही अनुसरण किया."
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अभिनेता ने आगे कहा, "एक पेशेवर अभिनेता के तौर पर मुझे मेरे राजनीतिक विचारों को अलग रखना चाहिए. मैंने यही किया." मोहित ने बताया, "मेरे किरदार में मेरे व्यक्तिगत विचार नहीं झलकने चाहिए, बल्कि इससे कहानी का संदेश ही सामने आना चाहिए. एक अभिनेता के तौर पर मुझे नहीं भूलना चाहिए कि मैं मनोरंजन के बहुत ही प्रभावशाली व असरकारक माध्यम में काम करता हूं."
शो की कहानी कायनाज अख्तर (दीया मिर्जा) नामक एक महिला के इर्द-गिर्द घूमती है, जो कश्मीर की जेल में कैद एक पाकिस्तानी महिला है और उस पर आतंकवादी होने का आरोप है. वह जेल में एक बच्ची को जन्म देती है. दूसरी तरफ मोहित एक भारतीय पत्रकार, वेदांत का किरदार निभा रहे हैं.
मोहित ने कहा, "सभी संघर्षो के बावजूद, हर सुबह लोग एक खूबसूरत दिन की आस लिए जागते हैं. घाटी के लोग प्रार्थना की शक्ति पर भरोसा करते हैं, यही वह कारक है जो उन्हें और शायद हम सबको भी प्रेरित करता है कि एक दिन सब कुछ ठीक हो जाएगा." भवानी अय्यर द्वारा लिखित और सोनम नायर द्वारा निर्देशित 'काफिर' जी5 पर 15 जून से प्रसारित होगी.