Rabia And Olivia Review: 'राबिया और ओलिविया' की साधारण भावनात्मक कहानी दिल में कर जाती है घर, फिल्म मेंटल हेल्थ को भी करती है उजागर
फिल्म की कहानी भावनात्मक रिश्ते पर बेस्ड है. साथ ही यह मेंटल हेल्थ को भी उजागर करती है. फिल्म में कुछ ट्विस्ट भी हैं, जो आपको आखिर तक स्क्रीन से बांधे रखेंगे. इसके अलावा कनाडा की खूबसूरत वादियां आपकी आंखों को काफी सुकून देने वाली हैं.
Rabia And Olivia Review: अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कई पुरस्कार जीतने के बाद डायरेक्टर शादाब खान की फिल्म राबिया एंड ओलिविया का प्रीमियर 24 फरवरी को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर होगा. फिल्म की कहानी भावनात्मक रिश्ते पर बेस्ड है. साथ ही यह मेंटल हेल्थ को भी उजागर करती है. फिल्म में कुछ ट्विस्ट भी हैं, जो आपको आखिर तक स्क्रीन से बांधे रखेंगे. इसके अलावा कनाडा की खूबसूरत वादियां आपकी आंखों को काफी सुकून देने वाली हैं. Vivek Agnihotri की फिल्म The Kashmir Files ने जीता दादा साहेब फालके अवॉर्ड
फिल्म की कहानी एक 25 वर्षीय भारतीय युवा लड़की राबिया (नायाब खान) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अच्छी कमाई के लिए अवैध रूप से कनाडा चली गई है, अपनी मां ( शिबा चढ्ढा ) से भावनात्मक रूप से जुड़ी है. राबिया ने बहुत ही छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया था. राबिया नौकरी के लिए परेशान रहती है, उसे जब लगता है कि अब कुछ नहीं हो सकता, उसी वक्त उसे एक नैनी का जॉब मिलता है. 9 वर्ष की एक लड़की है, जिसका नाम ओलीविया है और वह नाइट टेरर अटैक डिसऑर्डर से पीड़ित है, जिसके कारण वह रात में जाग जाती है और बेकाबू होकर रोने लगती है. इस बीमारी का कारण है दो साल पहले उसकी मां की मौत होना. अब ओलिविया दवाइयों के सहारे है जिनके कई साइड इफेक्ट भी हैं बावजूद इसके ओलीविया के पिता मार्क राबिया को शख्त हिदायत देते हैं कि दवा नहीं छूटनी चाहिए. पर राबिया, ओलिविया को ठीक करने के लिए अलग तरकीब अपनाती है और यहां से फिल्म में ई ट्विस्ट और टर्न देखने मिलते हैं, यहां तक कि राबिया को जेल की भी हवा खानी पड़ती है. आगे कहानी में क्या होता है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी.
लेखक व निर्देशक शादाब खान ने एक इमोशनल कहानी को साधारण स्क्रीन प्ले के साथ प्रभावशाली तरीके से पर्दे पर दिखाने की कोशिश की है. सब्जेक्ट भले ही देखने में छोटा लगे, पर आज के समय में इस बात को समझना कि मेंटल हेल्थ बहुत महत्वपूर्ण यह फिल्म इस तरफ मजबूती के साथ खड़ी नजर आती है. फिल्म में जरूरत के हिसाब से गाने और म्यूजिक को जगह दी गई है जो काबिले तारीफ है.
फिल्म में राबिया के किरदार में नायाब खान और ओलिविया के किरदार में हेलेना प्रिंजल क्रिंगल का अभिनय इस कहानी को पर्दे पर दर्शकों को जोड़ता है. फिल्म अधिकतर हिस्से में बहुत गंभीर विषय पर बात करती हैं, लेकिन दोनों एक्ट्रेस अपने किरदार को सशक्त अभिनय से कहानी को आगे बढ़ाते हैं. राबिया की मां के किरदार में शिबा चड्ढा हैं जिन्हें काफी कम स्क्रीन स्पेस मिला है बावजूद इसके वे अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ती दिखाई दी हैं. वहीं अन्य सपोर्टिंग एक्टर भी अपने किरदार के साथ न्याय करते दिखे हैं.
फिल्म में भावनात्मक रिश्ते पर काफी बल दिया गया है. कहते हैं प्यार से बढ़कर कोई दवा नहीं है. यह फिल्म इन बातों से आपको जोड़ने का काम करती है. साथ ही फिल्म में कनाडा के खूबसूरत लोकेशन्स को फिल्माया गया है, जो आपके एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाएंगे. फिल्म की कहानी साधारण है पर दिल में जगह बनाने का काम करती है. इस फिल्म को आप एक बार परिवार के साथ जरूर देख सकते हैं. लाहौर में Javed Akhtar ने पाकिस्तान के खिलाफ दिया बयान, बोले - मुंबई हमले के आतंकवादी आपके देश में खुलेआम घूम रहे हैं (Watch Video)