26 जुलाई की बाढ़ में ऋतिक रोशन ने बचाई थी एक लड़की की जान
इस साल 26 जुलाई के दिन मुंबई में आई सबसे बड़ी और सबसे घातक बाढ़ के 15 साल पूरे हो गए हैं, ट्विटर के एक यूजर ने एक ऐसे ही अनुभव को साझा किया है जिनका नाम निशांत कौशिक है. उन्होंने उस दिन की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह से ऑनस्क्रीन सुपर हीरो ऋतिक रोशन ने अभिषेक बच्चन के बंगले प्रतीक्षा के बाहर आकर एक लड़की की जान बचाई थी.
इस साल 26 जुलाई के दिन मुंबई में आई सबसे बड़ी और सबसे घातक बाढ़ के 15 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन आज भी मुंबईकरों के मन में उस दिन का भयावह अनुभव ताजा है. ट्विटर के एक यूजर ने एक ऐसे ही अनुभव को साझा किया है जिनका नाम निशांत कौशिक (Nishant Kaushik) है. उन्होंने उस दिन की एक घटना का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह से ऑनस्क्रीन सुपर हीरो ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) के बंगले प्रतीक्षा के बाहर आकर एक लड़की की जान बचाई थी.
निशांत लिखते हैं, "डीन ने हम में से कुछ लोगों को कहा था कि हम लड़कियों को एनएमआईएमएस (नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज) से जुहू में स्थित उनके हॉस्टल में वापस छोड़कर आए. इस दौरान हॉस्टल से दस फीट की दूरी पर एक लड़की का हाथ अपने दोस्तों के हाथों से फिसलकर छूट गया और वह पानी के नीचे चली गई. ऋतिक ने प्रतीक्षा से बाहर आकर उसे बचाया. यह एक सीख है कि हीरो को अपनी परफॉर्मेंस के लिए हमेशा कैमरे की आवश्यकता नहीं होती है." यह भी पढ़े: कोरोना वायरस के दौरान ऋतिक रोशन ने 100 बॉलीवुड डांसरों की मदद की
यह किसी फिल्म के सीन से कम नहीं था, लेकिन ऐसा हकीकत में हुआ था. इस खबर ने उस वक्त खूब सूर्खियां बटोरी थीं. निशांत द्वारा यह पोस्ट साझा किए जाने के बाद अभिनेता के प्रशंसक इसके बारे में अधिक विस्तार से जानने के लिए कमेंट करने लगे. कुछ ने दोबारा यह भी पूछा कि क्या ऐसा वाकई में हुआ था. यह भी पढ़े: ऋतिक रोशन की इस लेटेस्ट सेल्फी को देख फैंस हुए दीवाने, बेहद ही हैंडसम लग रहें हैं एक्टर
इसके बाद एक और ट्विटर यूजर ने इस खबर की पुष्टि की और यह तक बताया कि किस तरह से इलाके की बाकी लड़कियां वहां किसी और मैनहोल में गिर जाने की उम्मीद लगाकर बैठी थीं सिर्फ इसलिए ताकि ऋतिक उन्हें बचा सके. ऋतिक ने जब अभिषेक बच्चन के बंगले के बाहर लड़की को फिसलकर पानी में डुबते हुए देखा तो वह तुरंत उसे बचाने के लिए कूद पड़े. उन्होंने न केवल उसे पानी से बाहर निकालकर उसकी जान बचाई बल्कि उसे खुद उसके हॉस्टल तक छोड़कर भी आए.