उर्मिला मातोंडकर ने CAA को बताया काला कानून, अंग्रेजों के रोलेट एक्ट से की तुलना
इस दौरान उर्मिला ने कहा कि महात्मा गांधी को जिसने मारा वो इंसान ना तो कोई मुसलमान था और ना ही कोई सिख. वो एक हिंदू था.
CAA और NRC को लेकर देश के कई इलाकों में अब भी विरोध जारी है. आम लोगों के साथ बॉलीवुड के कई सितारें भी लगातार इस कानून का विरोध करते आ रहे हैं. ऐसे में अब 90 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) ने भी खुलकर CAA का विरोध किया है. उर्मिला के मुताबिक CAA एक काला क़ानून है. उन्होंने कहा कि 1919 में वर्ल्ड वॉर (World War) के खत्म होने के बाद अंग्रजों (British) को ये पता चल चुका था कि हिंदुस्तान में असंतोष फैल रहा है और ये जल्द ही बाहर आने वाला है. ऐसे में उन्होंने एक कानून लाया जिसका नाम था रोलेट एक्ट (Rowlatt Act) लेकर आए थे. जो एक काला कानून था. 2019 का CAA भी एक काला कानून है. ये दोनों इतिहास में काला कानून (Black Law) के नाम से जाने जाएंगे.
दरअसल महात्मा गांधी की पूण्यतिथि के मौके पर उर्मिला मातोंडकर ने CAA पर हमला किया. इस दौरान उर्मिला ने कहा कि महात्मा गांधी को जिसने मारा वो इंसान ना तो कोई मुसलमान था और ना ही कोई सिख. नाथूराम राम गोडसे एक हिंदू था. इसके आगे मुझे कुछ नहीं कहना है. यह भी पढ़े: CAA का विरोध कर रहे जावेद जाफरी को ट्रोलर ने कहा- छोड़ो हमारा देश, एक्टर ने दिया ऐसा जवाब
आपको बता दे कि उर्मिला के अलावा अनुराग कश्यप, तापसी पन्नू, अनुभव सिन्हा, ऋचा चड्ढा, अली फजल, विशाल भारद्वाज, जोया अख्तर, फरहान अख्तर, स्वरा भास्कर जैसे सितारे शामिल हैं.