Let's Meet Movie Review: तनुज विरवानी और सुमन राणा की ‘लेट्स मीट’ रोमांस के साथ रिश्तों की लिखती है नई परिभाषा!
Lets Meet Review (Photo Credits: UV Films Official)

Let's Meet Movie Review: इस वैलेंटाइन वीक की शुरुआत में बॉलीवुड की पहली सोशल मीडिया लव स्टोरी ‘लेट्स मीट’ सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है. यह फिल्म सोशल मीडिया के जरिए मिलने वाले दो प्रेमियों की अनोखी कहानी को पर्दे पर पेश करती है. फिल्म में तनुज विरवानी और सुमन राणा प्रमुख भूमिकाओं में हैं. खास बात यह है कि इसे फिल्म'गुठली लड्डू' के मेकर्स ने बनाया हैं, जिन्होंने 'गुठली लड्डू' के लिए काफी लोकप्रियता हासिल की थी. फिल्म 7 फरवरी को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है.

कहानी

फिल्म ‘लेट्स मीट’ एक एक्स्ट्रोवर्ट लड़के निखिल (तनुज विरवानी) और एक इंट्रोवर्ट लड़की प्रिया (सुमन राणा) की प्रेम कहानी है. निखिल एक टीवी अभिनेता है जो अपनी जिंदगी में नए रिश्ते बनाने को लेकर बेहद प्रगतिशील है, वहीं प्रिया, जो एक फाइनैंस प्रोफेशनल है, अपने रिश्तों को लेकर काफी रिजर्व है. दोनों सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे से जुड़ते हैं. महामारी के दौर में जब सब कुछ थम सा गया था, इनकी बातचीत शुरू होती है और चैट धीरे-धीरे मुलाकात में बदल जाती है. कहानी में यह जानने की जिज्ञासा बनी रहती है कि क्या ये दोनों सोशल मीडिया के दायरे से बाहर आकर असल जिंदगी में एक-दूसरे से मिल पाते हैं.

देखें 'लेट्स मीट' का ट्रेलर:

परफॉरमेंस

तनुज विरवानी ने निखिल के किरदार को पूरे आत्मविश्वास के साथ निभाया है. एक्स्ट्रोवर्ट लड़के की भूमिका में वह प्रभावशाली लगते हैं और उनके इमोशनल सीन काफी स्वाभाविक लगते हैं. सुमन राणा ने प्रिया के इंट्रोवर्ट और रिजर्व नेचर को बखूबी दर्शाया है. उनके बीच की केमिस्ट्री फिल्म की मजबूत कड़ी है. सपोर्टिंग कास्ट में सुप्रिया शैलजा और लितेश पवार का काम भी सराहनीय है.

निर्देशन और सिनेमेटोग्राफी

फिल्म का ओरिजिनल स्टोरी आइडिया अनिल बी. अक्की का है, लेकिन निर्देशन रविंदर संधू ने किया है. रविंदर ने सोशल मीडिया के जरिए बनने वाले रिश्तों को खूबसूरती से दर्शाने की कोशिश की है. हालांकि, फिल्म का पहला हाफ थोड़ा धीमा और खिंचा हुआ लगता है, जिसे और कसावट की जरूरत थी. सिनेमेटोग्राफी भी औसत है और महामारी के खालीपन को बेहतर तरीके से दिखाया जा सकता था. एडिटिंग में भी सुधार की जरूरत थी, खासकर उन दृश्यों में जो लंबे लगते हैं.

म्यूजिक

फिल्म का संगीत प्रिनी सिद्धांत माधव और रोहन-रोहन ने दिया है. गीतकार नवीन त्यागी के लिखे गाने, खासतौर पर जावेद अली का गाया "चौबीस घंटे" दिल को छूता है और फिल्म की थीम से मेल खाता है. हालांकि, बैकग्राउंड स्कोर में ज्यादा गहराई नहीं है.

फाइनल टेक

‘लेट्स मीट’ एक हल्की-फुल्की मॉडर्न डे रोमांटिक फिल्म है, जो सोशल मीडिया के जरिए बनने वाले रिश्तों की एक नई झलक पेश करती है. हालांकि, फिल्म का पहला हाफ और सिनेमेटोग्राफी इसे कमजोर बनाते हैं, लेकिन दूसरे हाफ में कहानी गति पकड़ती है.

अगर आप रोमांटिक फिल्मों और सोशल मीडिया से जुड़े प्लॉट्स के शौकीन हैं, तो ‘लेट्स मीट’ देखने का अनुभव आपको पसंद आ सकता है. वेलेंटाइन वीक में इसे अपने पार्टनर के साथ देखना एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इस फिल्म को 5 में से 3 स्टार मिलते हैं.

Rating:3out of 5