Kangana Ranaut: किसानों को लेकर अपमानजनक बयान देने पर फंसी कंगना रनौत, कर्नाटक कोर्ट ने FIR दर्ज करने का दिया आदेश
कंगना द्वारा कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं किसानों पर अपमानजनक बयानबाजी देने के लिए कर्नाटक के तुमकुर में एक कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ स्थानिक पुलिस को एफआयआर दर्ज करने के आदेश दिए है.
बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रहीं हैं. कंगना बॉलीवुड में अपनी बेबाकी से बयानबाजी के लिए जानी जाती हैं. लेकिन कंगना द्वारा कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं किसानों पर अपमानजनक बयानबाजी देने के लिए कर्नाटक (Karnataka) के तुमकुर में एक कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को एक्ट्रेस कंगना रनौत के खिलाफ स्थानिक पुलिस को एफआयआर दर्ज करने के आदेश दिए है.
कंगना रनौत ने अपने आधिकारिक ट्वीटर के माध्यम से ट्वीट करते हुए कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं किसान और कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए 20 सितंबर को ट्वीट किया था जिसमें कंगना ने लिखा था,"प्रधानमंत्री जी कोई सो रहा हो उसे जगाया जा सकता है, जिसे ग़लतफ़हमी हो उसे समझाया जा सकता है मगर जो सोने की ऐक्टिंग करे, नासमझने की ऐक्टिंग करे उसे आपके समझाने से क्या फ़र्क़ पड़ेगा? ये वही आतंकी हैं CAA से एक भी इंसान की सिटिज़ेन्शिप नहीं गयी मगर इन्होंने ख़ून की नदियाँ बहा दी." इस ट्वीट के बाद कंगना की बड़ी आलोचना हुई. उन्हें सोशल मीडिया पर भी ट्रोल किया गया. वहीं उनके जगह जगह पर पुतलों को भी जलाया गया था. इसके जवाब में कंगना ने कहां था कि अगर मैंने किसानों को आतंकी कहां हैं तो मैं माफी मांगकर हमेशा के लिए ट्वीटर छोड दूंगी." यह भी पढ़े: Kangana Ranaut: किसानों के अपमान के आरोप में फंसी कंगना रनौत, कर्नाटक में एक्ट्रेस के खिलाफ दर्ज किया गया मामला
याचिकाकर्ता ने कंगना रनौत के खिलाफ भड़काऊ बयान बाजी और किसानों के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए आईपीसी धाराएं 153 A, 108, 504 लगाकर एफआयआर दर्ज कराने की मांग की. यह भी पढ़े: Kangana Ranaut’s Petition: कंगना रनौत के बंगले का एक हिस्सा तोड़े जाने को लेकर बॉम्बे HC में याचिका, कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद फैसले को अपने पास रखा सुरक्षित
बता दें कि हाल ही में कंगना रनौत और शिवसेना नेता संजय राउत की बयानबाजी के चलते बीएमसी ने कंगना रनौत के ऑफिस पर अवैध निर्माण का आरोप लगाते हुए बुलडोजर चलाया था. इस मामले पर मुंबई हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही हैं.