अभिनेत्री दीया मिर्जा (Dia Mirza) साल 2000 में मिस इंडिया पेजेंट के साथ चर्चा में आईं, लेकिन उनका कहना है कि उन्होंने कभी भी प्रतियोगिता में यकीन नहीं किया. अपनी इस उपलब्धि के दिनों को याद करते हुए दीया ने कहा, "आज भी जब बीस साल पीछे मुड़कर देखती हूं, तो सब केछ बेहद ही अवास्तविक लगता है..यह सब जब हुआ, तो उस मेरी उम्र काफी कम थी."
वह आगे कहती हैं, "साल 2000 ने एक नए युग को चिन्हित किया. यह अपने साथ उम्मीद, वादें और उत्साह की भावना लेकर आई."दिलचस्प बात यह है कि दीया ने कभी किसी सौन्दर्य प्रतियोगिता में जीत हासिल करने के बारे में नहीं सोचा था. वह उन दिनों को याद करते हुए कहती हैं, "ये सब उस वक्त हुआ, जब एक मॉडलिंग एजेंट ने मुझे नोटिस किया. 16 साल की उम्र में उन्होंने मुझे एक पार्ट टाइम जॉब की पेशकश की. इसके बाद सब कुछ बहुत जल्दी हुआ - विज्ञापन, कैम्पेन, फैशन शोज, एडिटोरियल शूट. किसी एक चीज के जरिए दूसरा रास्ता खुलता गया और मिस इंडिया पेजेंट के लिए मैं हैदराबाद से चुनी गई." यह भी पढ़े: संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की सद्भावना दूत बनी रहेंगी दीया मिर्जा, बढ़ा गया कार्यकाल
दीया अपनी जिंदगी में पहली बार हैदराबाद को छोड़कर मुंबई आईं और वहां की जिंदगी के साथ तालमेल बिठाना शुरू किया.
वह कहती हैं, "यह सफर अपने साथ प्यार और उत्साह लेकर आया था, लेकिन इस राह पर उस वक्त अकेले चलना काफी कठिन रहा. एक इंसान के तौर पर, मैंने कभी भी प्रतिस्पर्धा या प्रतियोगिता में यकीन नहीं किया, तो मेरे लिए यह बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने जैसा रहा. सफर का आनंद लेते हुए अधिक से अधिक चीजों को सीखना ही मेरे लिए जरूरी रहा."
दीया मिस इंडिया 2000 में सेकेंड रनर-अप रहीं और बाद में उन्होंने मिस एशिया पेसिफिक का भी खिताब जीता.