ताली और थाली बजाने पर ये फेक मैसेज शेयर कर ट्रोल हुए अमिताभ बच्चन, ये है दावे की सच्चाई

22 मार्च को पूरे देश ने जनता कर्फ्यू का समर्थन किया और शाम 5 बजे ताली और थाली बजाकर पूरे देश ने कोरोना वायरस से लड़ रहे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का उत्साह बढ़ाया.

अमिताभ बच्चन Photo Credits: Twitter, Facebook)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए पूरे देश से अपील की और जनता कर्फ्यू का पालन करने को कहा था. ऐसे में पूरा देश 22 मार्च को अपने घरों में रहा और बाहर नहीं निकला. 14 घंटे के इस कर्फ्यू को पूरे देश का साथ मिला. जिसके बाद शाम 5 बजे ताली और थाली बजाकर पूरे देश ने कोरोना वायरस से लड़ रहे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का उत्साह बढ़ाया. पीएम मोदी की इस अपील में बॉलीवुड के सितारें भी पूरे दिल से शिरकत करते दिखाई दिए,

हालांकि इस दौरान सोशल मीडिया पर हमेशा की तरह कुछ फेक मैसेज भी खूब वायरल हुए. जिसमें से एक मैसेज में ये दावा किया गया कि ताली और थाली बजाने की पीएम मोदी की इस अपील के पीछे साइंटिफिक कारण भी हैं. इस मैसेज में दावा किया गया कि 22 मार्च अमावस था. जब शैतान और बैक्टीरिया अपने पूरे पॉवर में होते हैं. ऐसे में ताली और थाली की आवाजें उन्हें खत्म कर देती हैं. इस मैसेज को अमिताभ बच्चन ने भी अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया.

आपको बता दे कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ये मैसेज झूठा हैं. अमावस्या 22 मार्च को नहीं बल्कि 24 मार्च को है. जबकि PIB फैक्ट चेक ने भी इस मैसेज को गलत करार दिया है. उन्होंने बताया कि तालियों के गडगडाहट से कोरोना वायरस नहीं मरता. ये सिर्फ कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ रहे मेडिकल स्टाफ की हौसलाअफजाई के लिए है.

आपको बता दे कि बिग बी ने भी पूरे देश के तरह अपने परिवार के साथ छत पर खड़े होकर तालियां बजाई और सभी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ का शुक्रिया अदा किया था.

 

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