नेपोटिज्म के खिलाफ आमिर खान ने अपने बच्चों के करियर को लेकर लिया ये फैसला, कंगना रनौत भी होंगी खुश
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान के इस फैसले के बाद ये बात साफ है कि वो पूरी तरह से भाई-भतीजावाद के खिलाफ हैं
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) ने फिल्म इंडस्ट्री में काफी मेहनत की और अपनी पहचान बनाई. आज सुपरस्टार बनने के बाद भी आमिर अपने संघर्षभरे दिनों को नहीं भूले हैं और यही वजह है कि उन्होंने अपने बच्चों के करियर को लेकर भी एक बड़ा फैसला लिया है. आमिर का कहना है कि उनके बच्चों उनके होम प्रोडक्शन में काम पाने के लिए भी ऑडिशन देना होगा. इसका मतलब ये कि पिता आमिर खान की स्टार पॉवर की मदद के बिना ही उन्हें अपने लिए यहां काम हासिल करना होगा.
डीएनए में छपी एक रिपोर्ट में आमिर अपने बेटे जुनैद (25) को बॉलीवुड में लॉन्च करने के सवाल पर जवाब दिया, "अगर एक उपयुक्त विषय मिलता है और वो ऑडिशन पास करते हैं तो मैं इसपर विचार कर सकता हूं. वैसे बता दूं कि जुनैद ने अब तक इस बात को लेकर मुझे अप्रोच नहीं किया है." आमिर ने बताया कि उनकी बेटी इरा ने भी उनसे इस विषय पर कभी बात नहीं की है.
जब आमिर से पूछा गया कि क्या उनके छोटे बेटे आजाद उनकी अगली फिल्म लाल सिंह चड्ढा के लिए क्वालीफाई करेंगे तो उन्होंने कहा, "यार, मैंने इस बारे में कभी नहीं सोचा. सच बताऊं तो अगर मेरा कास्टिंग डायरेक्टर मुझे कहेगा और आजाद भी ऑडिशन पास करेंगे तब ये मुमकिन है. मेरे बच्चों को मेरे ही होम प्रोडक्शन में काम करने के लिए भी ऑडिशन देना होगा."
आपको बता दें कि आमिर को दो बेटे (जुनैद और आजाद) और एक बेटी (इरा) हैं. आमिर ने हाल ही में अपने जन्मदिन के मौके पर घोषणा की कि वो जल्द ही फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में नजर आएंगे.
गौरतलब है कि करण जौहर के शो कॉफी विद करण में कंगना रनौत ने नेपोटिज्म के खिलाफ मोर्चा शुरू करते हुए करण को नेपोटिज्म का ध्वजवाहक बता दिया था. इसके बाद इस विषय पर को लेकर खूब चर्चा होने लगी. अब आमिर खान के इस फैसले से जाहिर है कि कहीं न कहीं कंगना रनौत काफी खुश होंगी.