31 अक्टूबर से खुल रहा Lenskart IPO, जानें- प्राइस बैंड, GMP, लिस्टिंग डेट और अन्य जरुरी जानकारियां
Lenskart solutions IPO GMP: लेंसकार्ट का आईपीओ निवेशकों के बीच सुर्खियों में है, जिसके जरिए कंपनी 7,278 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. मजबूत ग्रोथ और राजस्व के बावजूद, ग्रे मार्केट प्रीमियम में गिरावट निवेशकों को सतर्क रुख अपनाने का संकेत देती है.
Lenskart solutions IPO: भारत की प्रमुख आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड (Lenskart Solutions Ltd) जल्द ही शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है. कंपनी का यह बहुप्रतीक्षित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) निवेशकों के बीच जबरदस्त चर्चा में है. इस आईपीओ के माध्यम से लेंसकार्ट लगभग 7,278 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. इस इश्यू से कंपनी अपने विस्तार, नए स्टोर्स की स्थापना, और तकनीकी सुधारों में निवेश करने की तैयारी में है.
आईपीओ से जुड़ी मुख्य बातें
लेंसकार्ट का आईपीओ निवेशकों के लिए 31 अक्टूबर 2025 को खुलने जा रहा है, और इसका सब्सक्रिप्शन 4 नवंबर 2025 को बंद होगा. इसके बाद निवेशकों को शेयरों का अलॉटमेंट 6 नवंबर 2025 को किया जाएगा. वहीं, कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 10 नवंबर 2025 को बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों पर होने की संभावना है. यह आईपीओ बाजार में निवेशकों के बीच काफी चर्चा में है, क्योंकि लेंसकार्ट भारत की सबसे तेजी से बढ़ती आईवियर कंपनियों में से एक है.
कंपनी ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड 382 रुपये से 402 रुपये प्रति शेयर तय किया है. इसके एक लॉट में 37 शेयर होंगे, यानी रिटेल निवेशक के लिए न्यूनतम निवेश 14,874 रुपये का होगा. वहीं, छोटे नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशक (NIIs) को कम से कम 518 शेयरों के लिए 2,08,236 रुपये का निवेश करना होगा, जबकि बड़े नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशक (NIIb) के लिए यह सीमा 2,516 शेयरों और 10,11,432 रुपये की रखी गई है. कंपनी ने इस इश्यू में रिटेल निवेशकों के लिए 10% हिस्सा आरक्षित किया है, जिससे आम निवेशकों को भी भाग लेने का पर्याप्त अवसर मिलेगा.
ग्रे मार्केट प्रीमियम में उतार-चढ़ाव
रिपोर्ट के अनुसार, लेंसकार्ट के शेयर ग्रे मार्केट में फिलहाल लगभग 63 रुपये प्रति शेयर प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं. इस आधार पर कंपनी के शेयरों की अनुमानित लिस्टिंग कीमत करीब 465 रुपये प्रति शेयर हो सकती है, जो कि लगभग 15.6% के संभावित लिस्टिंग गेन को दर्शाती है.
हालांकि पहले यह प्रीमियम 108 रुपये प्रति शेयर तक पहुंच गया था, लेकिन हाल के दिनों में इसमें गिरावट दर्ज की गई है और अब यह घटकर 63 रुपये पर आ गया है. इसका मतलब है, कि 402 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले शेयर लगभग 12% से 15% प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. यह गिरावट निवेशकों की सावधानीपूर्ण धारणा को दर्शाती है, हालांकि लिस्टिंग गेन की उम्मीद अभी भी बनी हुई है.
गौरतलब है कि ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) एक अनौपचारिक बाजार होता है, जहां आईपीओ अलॉटमेंट से पहले शेयरों की खरीद-बिक्री होती है. इससे निवेशक यह अनुमान लगाते हैं कि लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत कितनी ऊंची जा सकती है और संभावित मुनाफा कितना हो सकता है.
कंपनी का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में लेंसकार्ट का प्रदर्शन काफी मजबूत रहा है. कंपनी ने इस दौरान 6,625 करोड़ रुपये का राजस्व (Revenue) और 297 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा (Net Profit) दर्ज किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष (FY24) में कंपनी को 10 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. यह बदलाव लेंसकार्ट के लिए एक बड़ा टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है. इस सुधार का श्रेय कंपनी ने तकनीकी सुधार, लागत नियंत्रण और ब्रांड की मजबूत पहचान को दिया है.
कौन-कौन बेचेंगे शेयर?
ऑफर फॉर सेल के तहत लेंसकार्ट के कई प्रमोटर और पुराने निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. इसमें कंपनी के संस्थापक पियूष बंसल (Peyush Bansal), नेहा बंसल (Neha Bansal), अमित चौधरी (Amit Chaudhary) और सुमीत कापही (Sumeet Kapahi) शामिल हैं. इनके अलावा कुछ बड़े निवेशक भी अपनी हिस्सेदारी घटाएंगे, जिनमें सॉफ्टबैंक विजन फंड-II (SoftBank Vision Fund II), टेमासेक (Temasek), श्रॉडर्स कैपिटल (Schroders Capital), केदार कैपिटल (Kedaara Capital), अल्फा वेव वेंचर्स (Alpha Wave Ventures) और पीआई अपॉर्च्युनिटीज फंड (PI Opportunities Fund) जैसे नाम शामिल हैं. इन सभी की ओर से शेयर बिक्री से कंपनी के आईपीओ का आकार और बड़ा हो जाएगा.
कंपनी के बारे में
लेंसकार्ट की शुरुआत साल 2008 में पियूष बंसल (Peyush Bansal) ने एक ऑनलाइन चश्मा बेचने वाले प्लेटफॉर्म के रूप में की थी. समय के साथ कंपनी ने तेजी से विकास किया और आज यह न केवल भारत में, बल्कि मध्य पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज करा चुकी है. वर्तमान में लेंसकार्ट के 2,500 से अधिक स्टोर देश और विदेश में संचालित हो रहे हैं.
लेंसकार्ट का आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर माना जा रहा है, जो कंज्यूमर टेक और रिटेल सेक्टर में तेजी से बढ़ते बिजनेस में निवेश करना चाहते हैं. कंपनी की मजबूत नींव, लगातार बढ़ता नेटवर्क, और राजस्व में स्थिर वृद्धि इसे एक लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं.
हालांकि, हाल ही में ग्रे मार्केट प्रीमियम में आई कमी यह संकेत देती है. कि कम अवधि के निवेशकों को थोड़ा सतर्क रहना चाहिए. बाजार में उतार-चढ़ाव और निवेशकों की धारणा का असर लिस्टिंग के बाद शेयर के प्रदर्शन पर पड़ सकता है. इसलिए निवेश से पहले अपने जोखिम और रिटर्न की क्षमता का आकलन करना जरूरी है.