बेंगलुरु, 10 मई विदेश और अन्य राज्यों में फंसे कर्नाटक के लोगों की वापसी से पहले राज्य सरकार ने रविवार को फैसला किया कि राज्य में लौटने वाले सभी लोगों को 14 दिन के पृथक-वास में रखा जाए।
वरिष्ठ मंत्रियों और अन्य के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि केवल उन्हीं लोगों को राज्य में प्रवेश की अनुमति दी जाए जोकि लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं।
कर्नाटक वापसी के लिए पंजीकरण कराने के दौरान ही ऐसे लोगों को गंतव्य और तारीख की जानकारी दी जाए।
यह भी फैसला किया गया कि पृथक-वास की उपलब्ध सुविधा के हिसाब से ही फंसे हुए लोगों को वापस आने की अनुमति दी जाए।
ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर वापस आने वाले लोगों को सीधे गांव नहीं जाने दिया जाए और गांव से बाहर ही 14 दिन के लिए पृथक-वास में रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा, '' केवल उन्हीं लोगों का पंजीकरण किया जाए जोकि पृथक-वास में रहने को तैयार हों और यहां आने पर उनकी कोविड-19 की जांच की जाए, भले ही अन्य राज्य में उनकी जांच की गई हो।''
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