देश की खबरें | महिलाओं को सशक्तिकरण की जरूरत नहीं, खुद को पहचानने की आवश्यकता : साध्वी भगवती

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. महिलाओं को सशक्तिकरण की जरूरत नहीं है बल्कि उनके भीतर दैवीय शक्ति है और इसके आत्म परिचय की आवश्यकता है। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती ने उद्यमी महिलाओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।

नयी दिल्ली, तीन मार्च महिलाओं को सशक्तिकरण की जरूरत नहीं है बल्कि उनके भीतर दैवीय शक्ति है और इसके आत्म परिचय की आवश्यकता है। ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती ने उद्यमी महिलाओं को संबोधित करते हुए यह बात कही।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार साध्वी भगवती की संस्था ‘फिक्की फ्लो’ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उद्यमी महिलाओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि शरीर का आकार, त्वचा के रंग से आत्म परिचय नहीं हो सकता बल्कि अपने मन और हृदय की अंतर्यात्रा करके इसे पहचानना है।

साध्वी भगवती ने कहा, ‘‘हमारी दादी और मां के जमाने में महिलाओं की पहचान के पैमाने अलग थे जबकि अब हमारी पीढ़ी की महिलाएं, उनकी बेटियां और नातिनें अपनी पहचान शरीर के आकार, रंग, कपड़ों, सौंदर्य और अन्य बाहरी तत्वों से करने लगी हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पहचान बाहरी नहीं, भीतरी तत्वों से ज्यादा है इसलिए आत्म पहचान जरूरी है।’’

साध्वी भगवती ने ‘‘प्रेरणादायी महिलाओं की अनसुनी कहानियां’’ कार्यक्रम में अपने जीवन के उन पहलुओं के बारे में भी बताया, जो ज्यादातर लोगों को मालूम नहीं है।

साध्वी भगवती ने बताया कि कैसे एक समृद्ध अमेरीकी यहूदी परिवार की उच्च शिक्षित विवाहित युवती भारत यात्रा पर आयी और ऋषिकेश में गंगा के दर्शन करने के बाद उनका पूरा जीवन बदल गया। साध्वी ने कहा कि गंगा में डुबकी लगाने के बाद उन्हें अपने भीतर ‘‘दैवीय शक्ति के संचार का अनुभव’’ हुआ और उनको लगा कि उनका जन्म यहीं रहने के लिए हुआ है।

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