नयी दिल्ली, छह अक्टूबर दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की वापसी बुधवार को शुरू हुई और वह पश्चिमी राजस्थान तथा गुजरात के कुछ हिस्सों लौटने लगा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई।
वर्ष 1960 के बाद से दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की यह सबसे देर से हुई वापसी है। आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी आर के जेनमनी के अनुसार, 2019 में उत्तर पश्चिम से मॉनसून की वापसी नौ अक्टूबर से शुरू हुई थी।
उत्तर पश्चिमी भारत से दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की वापसी आमतौर पर 17 सितंबर से शुरू होती है। दिल्ली से इसकी वापसी तीन से चार दिन में हो जाएगी। आईएमडी ने एक बयान में कहा कि दक्षिण पश्चिमी मॉनसून पश्चिमी राजस्थान और उसके आसपास के गुजरात के हिस्सों से वापस हो चुका है।
विभाग ने कहा, “गुजरात के कुछ और हिस्सों, पूरे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से अगले तीन से चार दिन में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के लौटने की स्थिति बन रही है।”
देश में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के चार महीनों के मौसम के दौरान जून से सितंबर तक “सामान्य” बारिश हुई। आईएमडी के अनुसार, अक्टूबर से दिसंबर तक दक्षिणी राज्यों में बारिश लाने वाले उत्तर पूर्वी मॉनसून के सामान्य रहने की उम्मीद है।
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