तरारी (बिहार), नौ नवंबर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को दावा किया कि उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) बिहार में महिलाओं और युवाओं के समर्थन से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मजबूत वोट बैंक ‘एमवाई’ (मुस्लिम और यादव) का मुकाबला करेगी।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सहयोगी चिराग पासवान तरारी विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री एवं जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार विशाल प्रशांत के लिए आयोजित की गई एक रैली से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। चिराग ने भी इस रैली को संबोधित किया।
पासवान ने कहा, ‘‘मैं युवा नेता विशाल प्रशांत की उम्मीदवारी से खुश हूं। मेरी पार्टी ने लोकसभा चुनावों में पांच सीट पर चुनाव लड़ा था और सभी पर जीत हासिल की थी। हमारे चार उम्मीदवार युवा थे।’’
पासवान ने अपने पिता दिवंगत रामविलास पासवान के गढ़ हाजीपुर से जीत हासिल की थी।
लोजपा (रामविलास) नेता ने राजद का नाम लिए बिना कहा, ‘‘कुछ लोग ‘एमवाई’ की बात करते हैं जो जाति और धर्म के आधार पर लामबंदी है। मेरी पार्टी का भी अपना ‘एमवाई’ जो महिला और युवा के लिए खड़ा है। महिलाओं के प्रति हमारा रुख स्पष्ट है क्योंकि हमारे दो सांसद महिला हैं।’’
माना जाता है है पासवान के राजद प्रमुख लालू प्रसाद के परिवार के साथ अच्छे व्यक्तिगत संबंध हैं। उन्होंने प्रासद के बेटे एवं उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव को जन्मदिन की बधाई दी और खुद को युवा नेता का ‘‘बड़ा भाई’’ बताया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह यादव को कोई राजनीतिक सलाह देना चाहेंगे, तो तीन बार के सांसद पासवान ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि को देखते हुए, उनके पास अच्छे सलाहकारों की कोई कमी नहीं है।’’
हालांकि, पासवान ने राजद के बक्सर सांसद सुधाकर सिंह के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने हाल ही में रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं को ‘‘लाठी से पीटने’’ की धमकी दी थी। सिंह रामगढ़ विधानसभा से विधायक रहे थे लेकिन लोकसभा में निर्वाचित होने के बाद यह सीट खाली हो गई और इसीलिए इस सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया है।
राजद ने रामगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सिंह के छोटे भाई अजीत को मैदान में उतारा है।
पासवान ने कहा, ‘‘यह ऐसी और व्यवहार है जो हमेशा राजद की पहचान रहा है, यही कारण है कि सत्ता में रहने के दौरान पार्टी पर बिहार में जंगल राज का आरोप लगाया जाता है। मैं उस समय किशोर था और मुझे अभी भी याद है कि राज्य की खराब छवि के कारण लोगों को कितनी परेशानी झेलनी पड़ती थी।’’
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