एडीलेड (ऑस्ट्रेलिया), 10 अप्रैल (द कन्वरसेशन) अधिकतर लोग यह जानते हैं कि नमक की मात्रा में कटौती करनी चाहिए, इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया में लोगों को रोजाना जितने नमक का सेवन करना चाहिए उससे औसतन लगभग दोगुना मात्रा में वे नमक का सेवन करते हैं।
सदियों से खाद्य संरक्षण में नमक का उपयोग किया जाता रहा है और नमक पर कई मुहावरे इंगित करते हैं कि जीवित रहने के लिए भोजन को संरक्षित करने को लेकर यह कितना उपयोगी है। नमक खाद्य पदार्थों से नमी खींचता है, जो बैक्टीरिया के विकास को सीमित करता है अन्यथा भोजन खराब हो जाता है और पेट संबंधी बीमारियों का कारण बनता है। आज भी, नमक को परिरक्षक के रूप में माना जाता है और यह खाद्य पदार्थों के स्वाद को भी सुधारता है।
नमक सोडियम और क्लोराइड से बना एक रासायनिक यौगिक है तथा हम इसका इस्तेमाल अपने आहार में करते हैं। इन दो तत्वों में से, सोडियम के बारे में हमें चिंता करने की आवश्यकता है।
तो सोडियम हमारे शरीर में क्या करता है?
बहुत अधिक सोडियम का इस्तेमाल करने की प्रमुख चिंता उच्च रक्तचाप के बढ़ते जोखिम से जुड़ी है। उच्च रक्तचाप हृदय रोग और हृदयाघात के लिए एक जोखिम कारक है, जो ऑस्ट्रेलिया में गंभीर बीमारी और मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। उच्च रक्तचाप भी किडनी की बीमारी का कारण है।
बड़ी मात्रा में सोडियम खाने से उच्च रक्तचाप की ओर ले जाने वाली सटीक प्रक्रियाओं को पूरी तरह से समझा नहीं जा सका है। हालांकि, हम जानते हैं कि यह शारीरिक परिवर्तनों के कारण शरीर के तरल पदार्थ और सोडियम के स्तर को नियंत्रित करने के लिए होता है।
सोडियम के स्तर पर कड़ा नियंत्रण बनाए रखना आवश्यक है क्योंकि सोडियम आपके शरीर की सभी कोशिकाओं की झिल्लियों को प्रभावित करता है।
जब हम बहुत अधिक नमक खाते हैं, तो इससे रक्त में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है। सोडियम की मात्रा को सही स्तर पर रखने के लिए शरीर रक्त में अधिक तरल पदार्थ खींचकर प्रतिक्रिया करता है। हालांकि, द्रव की मात्रा में वृद्धि से रक्त वाहिकाओं की दीवारों के खिलाफ दबाव बढ़ जाता है, जिससे उच्च रक्तचाप होता है।
उच्च रक्तचाप हृदय को अधिक मेहनत कराता है, जिससे हृदय और रक्त वाहिकाओं की बीमारी हो सकती है, जिसमें दिल का दौरा पड़ने का जोखिम भी शामिल है।
लोगों के कुछ समूह दूसरों की तुलना में उच्च नमक वाले आहार से अधिक प्रभावित होते हैं। इन लोगों को ‘‘नमक के प्रति संवेदनशील’’ कहा जाता है और नमक के इस्तेमाल से उच्च रक्तचाप होने की आशंका अधिक होती है। अपने रक्तचाप के बारे में जागरूक होना महत्वपूर्ण है, इसलिए अगली बार जब आप अपने डॉक्टर से मिलें तो सुनिश्चित करें कि आपने इसकी जांच करवाई है।
बेहतर रक्तचाप 120/80 से नीचे होता है। अगर रीडिंग 140/90 से अधिक है तो रक्तचाप को उच्च माना जाता है। यदि आपके शरीर में हृदय रोग, मधुमेह या गुर्दे की बीमारी के लिए अन्य जोखिम कारक हैं तो आपके डॉक्टर कम लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं।
नमक का इस्तेमाल कैसे घटाएं?
अपने रक्तचाप को कम करने के लिए अपने आहार में नमक कम करना एक अच्छी रणनीति है और प्रसंस्कृत एवं अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से परहेज करना, जो कि हमारे दैनिक नमक सेवन का लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा है, पहला कदम है। रोजाना फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाना भी आपके रक्तचाप को कम करने में प्रभावी हो सकता है, क्योंकि इनमें पोटेशियम होता है, जो हमारी रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाने में मदद करता है। शारीरिक गतिविधि बढ़ाना, धूम्रपान बंद करना, आदर्श वजन बनाए रखना और शराब का सेवन सीमित करना भी स्वस्थ रक्तचाप को बनाए रखने में मदद करेगा।
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