हैदराबाद, 23 जून रूस में स्पूतनिक-वी टीके की शीशियां भरने वाली इकाई की संचालनकर्ता कंपनी ''फार्मास्टैंडर्ड-यूएफएवीटा'' ने बुधवार को कहा कि रूस स्थित इकाई को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ चिंताएं जतायी थीं और इसे लेकर इकाई का निरीक्षण किया था।
कंपनी ने एक बयान में दावा किया डब्ल्यूएचओ के निरीक्षण दल द्वारा उठाए गए मुद्दों को 48 घंटे के अंदर ही दूर किया गया। इकाई का निरीक्षण 31 मई से चार जून के दौरान किया गया था।
भारत में कोविड-19 रोधी स्पूतनिक-वी टीके की 25 करोड़ खुराकें उपलब्ध कराने को लेकर दवा निर्माता कंपनी डॉ रेड्डीज लेबोरेट्रीज ने रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ करार किया है। भारतीय दवा नियामक ने हाल ही में इस टीके के उपयोग को मंजूरी दी है।
डब्ल्यूएचओ ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा, '' जैम-कोविड-वैक के उत्पादन एवं गुणवत्ता नियंत्रण गतिविधियों के दौरान सूक्ष्मजीव विज्ञान एवं पर्यावरण निगरानी के आंकड़ों और परीक्षण परिणामों के संबंध में चिताएं सामने आयी थीं। जैम-कोविड-वैक को भरने की प्रक्रिया के दौरान एक उपयुक्त पर्यावरण निगरानी कार्यक्रम का पालन करने के संबंध में चिंताओं का पता लगाया गया था।''
रूसी दवा कंपनी ने एक बयान में कहा कि डब्ल्यूएचओ ने उत्पाद एवं तैयार टीके की सुरक्षा एवं प्रभाव के संबंध में कोई सवाल खड़ा नहीं किया है क्योंकि स्पूतनिक-वी के उत्पादन के दौरान गमालया संस्थान एवं रूसी स्वास्थ्य नियामक के दोहरे गुणवत्ता नियंत्रण कार्यक्रम का पालन किया जाता है।
कंपनी ने कहा कि डब्ल्यूएचओ की अंतरिम रिपोर्ट में टीके के उत्पादन, गुणवत्ता, नैदानिक अध्ययन, संभावित दुष्प्रभाव और दोहरे गुणवत्ता नियंत्रण को लेकर कोई चिंता जाहिर नहीं की गई है।
कंपनी ने कहा कि वह डब्ल्यूएचओ को एक बार फिर निरीक्षण के लिए आमंत्रित करेगी।
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