कोलकाता, आठ मई: पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा हिंसाग्रस्त मणिपुर में फंसे राज्य के 18 छात्रों को सोमवार सुबह वापस कोलकाता लाया गया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने बताया कि ये छात्र इंफाल में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में बीएससी, एमएससी और पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे. यह भी पढ़ें: Manipur Violence: मेइती समुदाय को एसटी दर्जे के अदालत के आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत में याचिका
उन्होंने कहा कि राज्य सचिवालय नबन्ना में स्थापित नियंत्रण कक्ष में आपात फोन आने के बाद छात्रों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की गयी. उन्होंने कहा कि छात्रों को राज्य सरकार द्वारा आयोजित एक विशेष उड़ान से वापस लाया गया. विमान सुबह सवा दस बजे कोलकाता हवाई अड्डे पर उतरा. यात्रा का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया गया.
बनर्जी ने ट्वीट किया, "हमारे अधिकारियों ने कोलकाता हवाई अड्डे के विशेष डेस्क पर छात्रों की अगवानी की, वहां से उनके आवास तक की यात्रा की व्यवस्था की." मुख्यमंत्री ने कहा कि मणिपुर में फंसे राज्य के अन्य लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं. पश्चिम बंगाल सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि मणिपुर सरकार ने छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर से इंफाल हवाईअड्डे तक सुरक्षित पहुंचाने में मदद की.
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग के विरोध में आदिवासियों द्वारा मणिपुर के दस पहाड़ी जिलों में प्रदर्शन किए जाने के बाद पिछले बुधवार को हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें कम से कम 54 लोग मारे जा चुके हैं. अधिकारियों ने बताया हिंसा प्रभावित इलाकों से लगभग 23,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
साजन नरेश
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