मुंबई, 30 अक्टूबर भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने बुधवार को जोर देते हुए कहा कि वे टेस्ट मैचों में अपनी जरूरत के हिसाब से पिच तैयार नहीं करवाते और खराब फॉर्म में चल रहे दिग्गज विराट कोहली तथा कप्तान रोहित शर्मा का भी समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें वापसी के लिए और समय दिया जाना चाहिए।
बारह साल में पहली बार घरेलू मैदान पर टेस्ट श्रृंखला हारने के बाद भारत शुक्रवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में अपनी प्रतिष्ठा बचाने की कोशिश करेगा।
स्पिनरों की मददगार पिच पर खेलते हुए भारत ने पुणे में दूसरा टेस्ट 113 रन से गंवा दिया। कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां वानखेड़े स्टेडियम की पिच फिर से स्पिनरों के अनुकूल हो सकती है।
नायर ने इस बात से इनकार किया कि टीम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्पिन की अनुकूल पिचें बनाई जा रही हैं।
नायर ने अंतिम टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘काश हम पिचों को अपने हिसाब से तैयार करा पाते लेकिन हम ऐसा नहीं करते। क्यूरेटर ऐसा करते हैं। हमें जैसी भी पिच दी जाएग, हम खेलते हैं (चाहे वह तेज गेंदबाजी की मददगार पिच हो या टर्न वाली पिच हो)।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेटर और एक टीम के रूप में हम उसी पर खेलते हैं जो हमें दिया जाता है। हम अपनी इच्छानुसार परिस्थितियां बनाने की कोशिश नहीं करते।’’
रोहित और कोहली दोनों ही खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और इसका असर टीम के प्रदर्शन पर पड़ा है।
नायर ने कहा कि आधुनिक समय के इन महान खिलाड़ियों में कुछ भी गलत नहीं है और उन्हें बस थोड़ा समय और समर्थन चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हर जगह उनके लिए प्यार के अलावा कुछ नहीं देखा है। जब कोई शीर्ष खिलाड़ी मुश्किल समय से गुजरता है तो कई बार यह उन्हें समय देने और यह विश्वास करने के बारे में होता है कि वे वापसी करेंगे। वे कड़ी मेहनत करेंगे।’’
नायर ने कहा, ‘‘हर किसी ने कड़ी मेहनत की है। हर कोई अच्छा प्रदर्शन करना चाहता है। चाहे आप विराट कोहली हों या रोहित शर्मा या फिर शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ी। प्रयास तो हैं ही।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नजरिया बहुत बढ़िया है। मुझे लगता है कि वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं। कभी-कभी आपको थोड़ा धैर्य रखना पड़ता है। यहां तक कि सबसे महान खिलाड़ियों के साथ भी और उनके लिए कठिन समय हो सकता है। मुझे पूरा यकीन है कि जल्द ही, हमारे पास विराट कोहली और रोहित शर्मा और बाकी सभी के बारे में प्रशंसा करने के लिए और भी बहुत कुछ होगा। बस थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है।’’
नायर ने कहा कि यह कहना ‘कड़ा’ होगा कि मौजूदा भारतीय बल्लेबाज स्पिन को पहले के बल्लेबाजों की तरह नहीं खेल पाते।
उन्होंने कहा, ‘‘यह थोड़ा कठोर बयान है। जब आप कुछ हासिल करने की कोशिश कर रहे होते हैं तो हमेशा एक ऐसा समय आता है जब आप कुछ हद तक पिछड़ जाते हैं क्योंकि आप क्रिकेट को अलग तरीके से खेलने की कोशिश कर रहे होते हैं और आप खुद को आराम की स्थिति से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे होते हैं।’’
नायर ने कहा, ‘‘कभी-कभी नतीजे आपके हिसाब से नहीं होते लेकिन अगर आप धैर्य रखते हैं और फिर जब चीजें टीम और किसी व्यक्ति के हिसाब से होती हैं जो इसका फायदा लंबे समय तक मिलता है।’’
नायर ने कहा कि पिछले दो मैचों में प्रदर्शन से ड्रेसिंग रूम का माहौल नहीं बदला है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा समय भी आएगा जब आप इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे। जब भारत ने भारत में विश्व कप (फाइनल) गंवा दिया तो वह भारतीय क्रिकेट में सभी के लिए मुश्किल पल था।’’
भारतीय कोच ने कहा, ‘‘लेकिन फिर कुछ (आठ) महीने बाद हम विश्व चैंपियन थे। वापस आना हमेशा एक शानदार यात्रा होती है। इसी तरह कहानियां और विरासतें बनती हैं।’’
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