देश की खबरें | हम देश विरोधी नहीं हैं: फारूक अब्दुल्ला

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि हाल ही में गठित ‘‘पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लेयरेशन’’ (पीएजीडी) एक भाजपा विरोधी मंच है न कि देश विरोधी।

एनडीआरएफ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: ANI)

श्रीनगर, 24 अक्टूबर नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि हाल ही में गठित ‘‘पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लेयरेशन’’ (पीएजीडी) एक भाजपा विरोधी मंच है न कि देश विरोधी।

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि भाजपा द्वारा यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि पीएजीडी एक देश विरोधी मंच है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह सच नहीं है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह भाजपा विरोधी है लेकिन यह देश विरोधी नहीं है।’’

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उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर का पूर्ववर्ती विशेष दर्जा बहाल कराने के वास्ते संघर्ष करने के लिए पीएजीडी को बनाया गया है।

इसके अध्यक्ष श्रीनगर से लोकसभा सांसद अब्दुल्ला चुने गये हैं। उन्हें पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास पर हुई पीएजीडी की पहली बैठक के बाद अध्यक्ष चुना गया।

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अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने जैसे कृत्यों के माध्यम से संघीय ढांचे को तोड़ने की कोशिश की है।

नेकां अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उन्होंने देश के संविधान को नष्ट करने की कोशिश की है, उन्होंने राष्ट्र को विभाजित करने की कोशिश की है, हमने देखा कि संघीय ढांचे को तोड़ने के लिए उन्होंने पिछले साल पांच अगस्त को क्या किया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह (पीएजीडी) एक देश विरोधी जमात नहीं है। हमारा लक्ष्य है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकार सुनिश्चित हों। यही हमारी लड़ाई है, हमारी लड़ाई इससे ज्यादा के लिए नहीं है।’’

अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा जम्मू और देश के अन्य हिस्सों में पीएजीडी में शामिल घटकों के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘वे धर्म के नाम पर हमें (जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लोगों को) बांटने की कोशिश कर रहे हैं। यह प्रयास सफल नहीं होगा। यह धार्मिक लड़ाई नहीं है, यह हमारी पहचान की लड़ाई है और उस पहचान के लिए हम एक साथ खड़े हैं।’’

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