लुसाने, 27 अगस्त ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ट्रैक एवं फील्ड के वैश्विक स्तर पर ‘धीरे-धीरे’ पहचान बना रहे भारतीय खिलाड़ियों से प्रभावित हैं और चाहते हैं कि डायमंड लीग जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में देश के एथलीट प्रभावशाली प्रदर्शन करें।
चौबीस साल के चोपड़ा को हाल के वर्षों में भारतीय एथलेटिक्स की अभूतपूर्व सफलता का अग्रदूत माना जाता है। उन्होंने शुक्रवार को लुसाने चरण (डायमंड लीग) में स्वर्ण जीता। वह डायमंड लीग मीट में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले देश से पहले खिलाड़ी हैं।
अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद चोपड़ा ने कहा, ‘‘मुझे और अधिक भारतीय खिलाड़ियों को इन प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए देखकर बहुत खुशी होगी। अपने साथी भारतीय खिलाड़ियों के साथ इस तरह के मंच पर भाग लेना सुखद अनुभव होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अविनाश साबले और (मुरली) श्रीशंकर ने भी इस साल डायमंड लीग में हिस्सा लिया था इसलिए धीरे-धीरे हमारा देश इस स्तर पर पहुंच रहा है और अगर हम यहां बेहतर प्रदर्शन करेंगे तो इससे भारतीय एथलेटिक्स को बड़े स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।’’
हाल ही में लंबी कूद खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर और 3000 मीटर स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले ने डायमंड लीग में भाग लिया था। वे हालांकि शीर्ष तीन में जगह नहीं बना सके थे।
श्रीशंकर इस महीने की शुरुआत में मोनाको में छठे स्थान पर रहे थे जबकि साबले जून में मोरक्को के रबात में पांचवें स्थान पर रहे थे। चोपड़ा ने लुसाने में पहले प्रयास में 89.08 मीटर दूर भाला फेका जो इस प्रतियोगिता में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास साबित हुआ। यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है।
चोपड़ा ने कहा, ‘‘ यह जीत हमारे देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि हमें केवल ऐसे खेल आयोजनों पर ध्यान नहीं देना चाहिये जिसे दो या चार साल के अंतराल पर खेला जाता है। डायमंड लीग मीट या महाद्वीपीय टूर जैसी प्रतियोगिताएं में एथलीटों को अच्छा मौका मिलता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसका (डायमंड लीग) आयोजन हर साल होता है और यह हमें अच्छा करने का मौका देता है। इसमें विश्व स्तरीय एथलीट भाग लेते है और यह वास्तव में प्रमुख टूर्नामेंटों के लिए अच्छी तैयारी करने में मदद करता है। इन टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन करने से भारतीय एथलेटिक्स को भी मदद मिलेगी।’’
चोपड़ा को इस जीत से 10,000 डॉलर (लगभग 80,000 हजार रुपये) इनाम के तौर पर मिले।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं सिर्फ ओलंपिक, राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप में ही अच्छा नहीं करना चाहता हूं। डायमंड लीग ट्रॉफी में भी जीत दर्ज करना बड़ी उपलब्धि है।’’
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