औरंगाबाद, 30 मार्च शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पर महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हिंसा करने का आरोप लगाया।
शिवसेना (यूबीटी) ने आरोप लगाया कि हिंसा का उद्देश्य शहर में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की आगामी रैली को बाधित करना था।
पुलिस ने बताया कि गत बुधवार रात युवकों के बीच झड़प के बाद 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था, यह घटना औरंगाबाद के किराडपुरा इलाके में हुई, जहां एक प्रसिद्ध राम मंदिर है। उन्होंने बताया कि घटना रामनवमी समारोह की पूर्व संध्या पर हुई।
महाराष्ट्र के विपक्षी दल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस गठबंधन रविवार को औरंगाबाद शहर में एक रैली का आयोजन करने वाली है।
भाजपा और एआईएमआईएम पर निशाना साधते हुए शिवसेना (यूबीटी) के नेता चंद्रकांत खैरे ने दावा किया, "इम्तियाज जलील (एआईएमआईएम के), (उपमुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री भागवत कराड (जो औरंगाबाद से हैं) तीनों दोस्त हैं और यह उनकी ही योजना है।"
उन्होंने कहा कि हिंसा का उद्देश्य दो अप्रैल को होने वाली हमारी (एमवीए) की रैली को बाधित करना है, लोग यह भी कह रहे हैं कि एआईएमआईएम भाजपा की 'बी' टीम है। उन्होंने किराडपुरा में राम मंदिर का दौरा और अनुष्ठान किया।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि जानबूझकर तनाव पैदा किया जा रहा है और गृह मंत्री (फडणवीस) को अपराधी का पता होना चाहिए।
उन्होंने कहा, "दो अप्रैल को एमवीए की रैली तय कार्यक्रम के अनुसार होगी। यह एक बड़ी सफलता होगी और इसके लिए तैयारी चल रही है।"
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